प्रतिनिधि, बुढ़मू.
प्रखंड मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पर सुदूरवर्ती क्षेत्र में स्थित उत्क्रमित उवि साड़म में शिक्षकों की कमी से परीक्षा परिणाम प्रभावित हो रहा है. उत्क्रमित उवि साड़म से मैट्रिक की परीक्षा में 49 विद्यार्थी शामिल हुए. जिसमें से अधिकांश बच्चों का परीक्षा परिणाम गणित, अंग्रेजी और विज्ञान में निराशाजनक रहा. विद्यार्थियों को 20 नंबर के प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए 18 से 20 अंक दिये जाने के बावजूद गणित विषय में 22 बच्चों को सी ग्रेड और पांच बच्चों को डी ग्रेड मिला. 80 नंबर की लिखित परीक्षा में 22 बच्चों को 20 प्रतिशत से भी कम अंक मिले, जबकि पांच बच्चों का अंक 10 प्रतिशत से भी कम है. कमोबेश यही स्थिति अंग्रेजी और विज्ञान विषय में भी है. जब जानकारी मिली तो पता चला कि अंग्रेजी विषय के शिक्षक मनीष कुमार गिरी, गणित और भौतिकी विषय के शिक्षक अजय केरकेट्टा, जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान के शिक्षक नरेंद्र किशोर, अर्थशास्त्र की शिक्षिका प्रीती गुप्ता और सभी विषय की सहायक शिक्षिका रेखा गुप्ता का प्रतिनियोजन बुढ़मू व चान्हो प्रखंड के विद्यालयों में कर दिया गया है. इस संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक को कई बार पत्र देकर सभी शिक्षकों को प्रतिनियोजन से मुक्त कर मूल विद्यालय में भेजने का आग्रह किया गया है. लेकिन जिला शिक्षा अधीक्षक ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं करके ग्रामीण क्षेत्र में पढ़नेवाले बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. इस संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक विनय कुमार ने बताया कि परीक्षा परिणाम पर मंथन किया जा रहा है. लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई और प्रतिनियोजित शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद्द करने की बात कही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है