रांची. ग्रामीण विकास में टेंडर में तीन प्रतिशत टेंडर कमीशन घोटाला केस में इडी ने तत्कालीन जूनियर इंजीनियर सुरेश प्रसाद वर्मा के खिलाफ न्यायालय में तीसरा पूरक आरोपपत्र समर्पित कर दिया है. सुरेश प्रसाद वर्मा को जमशेदपुर एसीबी की टीम ने वर्ष 2019 में रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. इस मामले में एसीबी ने केस भी दर्ज किया था. एसीबी को छापेमारी के दौरान 2.67 करोड़ रुपये बरामद किये गये थे. इसी केस के आधार पर ईडी ने मामले में इसीआइआर दर्ज कर ग्रामीण विकास विभाग में कमीशनखोरी की जांच शुरू की थी. पूर्व में जांच के दौरान इडी इस केस में तत्कालीन ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम से जुड़े लोगों के ठिकानों से करीब 35 करोड़ रुपये जब्त कर चुकी है. अब तक इडी जांच के दौरान कुल लगभग 39.64 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है. पूर्व में यह भी पुष्टि हुई कि एसीबी के केस में आरोपी सुरेश प्रसाद वर्मा के घर से बरामद 2.67 करोड़ रुपये इंजीनियर बिरेंद्र राम के हैं. इसी जांच के आधार पर जब इडी ने आगे की जांच शुरू की, तब टेंडर कमीशन घोटाले में शामिल रैकेट और मनी लाउंड्रिंग का खुलासा हुआ था. इडी इस केस में पूर्व में आलमगीर आलम सहित अन्य लोगों के खिलाफ न्यायालय में आरोपपत्र समर्पित कर चुकी है.
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