रांची/रजरप्पा. भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार तीन दिवसीय दौरे पर झारखंड आये हुए हैं. इस क्रम में वह शनिवार को अपनी पत्नी अनुराधा कुमार के साथ रजरप्पा मंदिर पहुंचे और मां छिन्नमस्तिका देवी की पूजा-अर्चना की. हवन कर मत्था टेका और नारियल बलि देकर रक्षा सूत्र बंधवाया. पूजा-अर्चना के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त (सीइसी) ने रजरप्पा प्रोजेक्ट स्थित वीआइपी गेस्ट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि झारखंड में लोकतंत्र की जड़ें काफी मजबूत हैं.
इवीएम पूरी तरह सुरक्षित और टेंपरप्रूफ
इवीएम की सुरक्षा के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारत की इवीएम पूरी तरह सुरक्षित और टेंपरप्रूफ हैं. इवीएम को ना तो ब्लूटूथ या इंटरनेट से कनेक्ट किया जा सकता है और ना ही इसमें कोई छेड़छाड़ की जा सकती है. मतदाता जिस बटन को दबाते हैं, उसी का वीवीपैट स्लिप निकलता है. मतदाता इसे स्वयं देखते हैं. अब तक पांच करोड़ से ज्यादा वीवीपैट स्लिप की गणना की जा चुकी है. आज तक वीवीपैट स्लिप और इवीएम में दर्ज मतों की संख्या में एक भी अंतर नहीं आया है. इसके पहले मुख्य चुनाव आयुक्त ने पिछले चुनावों में भाग लेनेवाले वालंटियर्स से मिल कर उनका अनुभव सुना और उनके कार्यों को सराहा. मौके पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रविकुमार और रामगढ़ डीसी चंदन कुमार ने भी विचार व्यक्त किये. धन्यवाद ज्ञापन अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नेहा अरोड़ा और मंच संचालन उपसचिव देवदास दत्ता ने किया.
:::::::::: :::::::::: ::::::: :::::::::18 वर्ष की आयु का हर नागरिक निर्वाचक बनेउन्होंने कहा कि 18 वर्ष की आयु के प्रत्येक नागरिक को निर्वाचक बनना चाहिए. इसके लिए मतदान केंद्र पर एक बूथ लेवल अधिकारी नियुक्त किया जाता है और हर बूथ पर हर राजनीतिक दल को बूथ लेवल एजेंट नामित करने का अधिकार होता है. उन्होंने कहा कि झारखंड में किसी भी जिला निर्वाचन पदाधिकारी डीइओ या सीइओ कार्यालय में कोई भी अपील लंबित नहीं है.
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