रांची. रांची विवि में शोध कार्य के लिए कोई स्पष्ट गाइडलाइन नहीं है. परंपरा के अनुसार शोध कार्य किये जा रहे हैं. समस्या उस समय होती है, जबकि रोटेशन के आधार पर हर दो वर्ष के बाद पीजी विभागाध्यक्ष के बदल जाने से नये अध्यक्ष को शोध कार्य प्रक्रिया समझने में परेशानी होती है.
शोध कार्य में एकरूपता लायी जा सकेगी
इसे देखते हुए रांची विवि राज्य का पहला सरकारी विवि है, जहां पीएचडी, डी.लिट व डीएससी के लिए अब एसओपी जारी की गयी है. रांची विवि के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा के निर्देशन में डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ प्रीतम कुमार ने पहली बार एसओपी तैयार की, ताकि शोध कार्य में एकरूपता लायी जा सके और उसकी गुणवत्ता बनाये रखी जा सके. इस एसओपी को लागू करने से पहले विवि के सभी संकायों के डीन के साथ चर्चा की गयी. इसके बाद ही कुलपति के आदेश पर इसे लागू कर दिया गया है.
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