रांची (वरीय संवाददाता). भाकपा के पूर्व विधायक वास्ता सोरेन के निधन पर पार्टी ने गहरा शोक व्यक्त किया है. वास्ता सोरेन लंबी बीमारी के बाद 92 वर्ष की उम्र में मंगलवार की रात को आखिरी सांस ली. वे अपने पुत्र डॉ देवदूत सोरेन, पुत्र वधु डॉ सुनीता सोरेन, पुत्री, नाती-पोता सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं. राज्य कार्यालय में राज्य सचिव महेंद्र पाठक, जिला सचिव अजय सिंह और झारखंड राज्य परिषद की नेताओं ने शोक जताया. उनके निधन पर पार्टी का झंडा झुका कर उन्हें श्रद्धांजली दी गयी. वास्ता सोरेन भाकपा के वयोवृद्ध नेता थे. 1962 से 1967 तक बिहार विधानसभा में घाटशिला से कम्युनिष्ट पार्टी के विधायक रहे. पार्टी नेताओं ने उन्हें वैचारिक श्रद्धांजली देते हुए कहा कि वे जनता के लिए समर्पित और जुझारू नेता थे, उनका जीवनआम जनता के लिए समर्पित था. वे आदिवासियों के उत्थान के लिए चिंतन करने वाले और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करते रहे. वहीं, बास्ता सोरेन के निधन पर भाकपा (माले) ने भी गहरा शोक जताया है. माले राज्य सचिव मनोज भक्त ने बयान जारी कर कहा कि उनके निधन से झारखंड के वामपंथी, जनपक्षीय और लोकतांत्रिक आंदोलन को गहरी क्षति पहुंची है.
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