डकरा. विभिन्न केंद्रीय श्रमिक संगठन द्वारा नौ जून को आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर शनिवार को केडीएच और डकरा में संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने गेट मीटिंग की. वक्ताओं ने कहा कि यह हड़ताल देश बचाने के उद्देश्य से की गयी है. मजदूरों से सीधा संवाद कर नेताओं ने उन्हें हड़ताल का औचित्य पर विस्तृत बात बतायी और कहा कि अभी भी कुछ जिज्ञासा है, तो सात जुलाई को डकरा वीआईपी क्लब में आयोजित कन्वेंशन में शामिल होकर बड़े केन्द्रीय नेताओं को सुने. सात जुलाई को एनके, पिपरवार, मगध-संघमित्रा, आम्रपाली-चंद्रगुप्त और रजाहरा का कन्वेंशन आयोजित किया गया है. गेट मीटिंग में ललन सिंह, प्रेम कुमार, मिथिलेश कुमार सिंह, शैलेन्द्र सिंह, मुन्ना कासिम, डीपी सिंह, मिथलेश सिंह, ध्वज राम धोबी, रंथु उरांव, लखन गंझू, उदय सिंह, रमेश कुमार सिंह, अमृत भोगता, देव शंकर मंडल आदि मौजूद थे.
व्यक्तिगत अहंकार में आंदोलन कमजोर किया जा रहा है : हरेंद्र
डकरा. ऑल झारखंड कोयला श्रमिक संघ के एनके एरिया सचिव हरेंद्र सिंह ने एक बयान जारी कर नौ जुलाई के आंदोलन को समर्थन किया है और कहा कि मेरा संगठन पूरी ताकत से हड़ताल को प्रभावी बनाने में लगा हुआ है. संयुक्त मोर्चा में शामिल नेता व्यक्तिगत अहंकार में आंदोलन के नाम पर सिर्फ दिखावा कर उसे कमजोर बना रहे हैं. बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर एटक हड़ताल की सफलता को लेकर दिन-रात काम कर रही है. लेकिन एनके एरिया में एटक से जुड़े लोग अन्य श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों से मिल कर उन्हें मोर्चा से बाहर रखा है. यह अहंकार मजदूरों के बीच भ्रम पैदा कर रहा है, जिसके कारण आंदोलन कमजोर हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है