रांची. सिरमटोली फ्लाइओवर रैंप हटाने के आंदोलन से जुड़े लोगों को सोमवार को कोकर स्थित बिरसा समाधि स्थल से पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हिरासत में लेने के बाद उन्हें कैंप जेल ले जाया गया, जहां दोपहर बाद सभी को रिहा कर दिया गया. पुलिस हिरासत में जिन लोगों को लिया गया था, उनमें पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव, निरंजना हेरेंज, कुंदरसी मुंडा, फूलचंद तिर्की, कालिका गाड़ी, मंजुला टोप्पो, बाहा लिंडा, संगीता कच्छप, उर्मिला भगत, सिमेला मुंडा, सनी हेंब्रम, हर्षिता मुंडा शामिल थे. ये सभी बिरसा समाधि स्थल पर धरती आबा को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. पर जैसे ही पुलिस प्रशासन के अधिकारी वहां पहुंचे, उन्होंने सभी को समाधि स्थल से निकलने की बात कही. गीताश्री उरांव सहित अन्य लोगों ने इसका विरोध किया, जिसके बाद सभी को निकाल कर हिरासत में ले लिया गया.
हेमंत सरकार ने हमें गिरफ्तार कर आदिवासी विरोधी होने का प्रमाण दिया
सिरमटोली रैंंप के खिलाफ आंदोलन से जुड़ी निरंजना हेरेंज सहित अन्य ने बताया कि वे सभी भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने आये थे. लेकिन, उन्हें श्रद्धांजलि भी नहीं देने दिया गया और हिरासत में ले लिया गया. निरंजना ने कहा कि हेमंत सरकार ने हमें गिरफ्तार कर आदिवासी विरोधी होने का प्रमाण दिया है. उन्होंने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर आदिवासी समुदाय के लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह आदिवासियों को अपमानित करने का प्रयास है. इसे आदिवासी समाज कभी नहीं भूलेगा. उन्होंने कहा कि आज इस निरंकुश सरकार को उखाड़ फेंकने का निर्णय लिया गया है. फूलचंद तिर्की ने कहा आज पाहन पुरोहितों को भी पूजा करने से रोका गया.
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