रांची (वरीय संवाददाता). प्रदेश भाजपा ने झामुमो और कांग्रेस की गठबंधन सरकार पर निशाना साधा है व कहा कि पूरी सरकार बाबूलाल फोबिया से ग्रसित है. उग्रवाद के खिलाफ जंग के दौरान बाबूलाल मरांडी के बेटे की शहादत हो गयी थी. फिर भी उन्होंने अपने नीति और सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया. 2013 में जब हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री थे, उसी काल खंड में शिकारीपड़ा में उनके खिलाफ उग्रवादियों ने बड़ी साजिश की. समय पर षड्यंत्र बेनकाब हुआ. ऐसे व्यक्ति के लगाये आरोपों पर सरकार को गंभीरता से संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की जगह बेहद ओछी राजनीति से प्रेरित बयान देना यह स्पष्ट करता है कि गठबंधन सरकार के समय राजनीतिक का स्तर गर्त में चला गया है. भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया था कि उनके परिजन और करीबियों के खिलाफ सरकार षड्यंत्र कर रही है. सरकार इस मुद्दे पर संज्ञान लेने की जगह विभिन्न दलों के प्रवक्ताओं से घटिया बयान बाजी करा रही है. बाबूलाल ने सर्वप्रथम नगड़ी में आदिवासियों को बेदखल करने का मुद्दा उठाया. कई बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया. कई सफेदपोश जेल भी गये, जिससे पूरी सरकार को मिर्ची लग गयी है. श्री शाहदेव ने कहा कि जो व्यक्ति प्रदेश का पहला मुख्यमंत्री रहा हो और जिसने उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में अपने सबसे बड़े पुत्र को खोया हो उसकी तुलना मौजूद सत्ताधारी गठबंधन के किसी नेता से नहीं की जा सकती. अभी तो आंदोलन को बेचकर सत्ता पर काबिज होने वाले लोगों की वर्तमान में सरकार चल रही है. इन्हें त्याग शब्द का अर्थ समझ नहीं आता.
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