प्रतिनिधि, पिपरवार.
अशोक परियोजना खदान विस्तारीकरण को लेकर गुरुवार को लुकईया में ग्रामसभा सहदेव उरांव की अध्यक्षता में हुई. इसमें ग्रामीणों ने पिछली ग्रामसभा में पारित 29 सूत्री मांग पर चर्चा की. बताया गया कि इससे पूर्व कई ग्रामसभाएं हुईं. इसमें प्रखंड अधिकारियों व सीसीएल प्रबंधन किसी ने भी उनकी मांगों पर विचार नहीं किया. जब भी ग्रामसभा होती है तो चर्चा सिर्फ एनओसी को लेकर की जाती है. प्रखंड के अधिकारी उनकी मांगों पर संतोषजनक जवाब नहीं देते हैं. ग्रामसभा में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जब तक उनकी 29 सूत्री मांगों पर विचार नहीं किया जाता है और जमीन समतल कर खतियान सहित रैयतों को वापस देने की बात नहीं की जाती है, तब तक एनओसी नहीं दिया जायेगा. मामले में सीओ विजय कुमार दास ने कहा कि रैयतों को जमीन खतियान सहित समतल कर पुन: वापस मिलेगा. इस पर ग्रामीणों ने लिखित आश्वासन मांगा. ग्रामसभा में प्रस्ताव पारित कर ग्रामीणों द्वारा एक एकड़ में एक नौकरी की मांग की. मौके पर सीआइ सर्वेश कुमार सिंह, अशोक पीओ जितेंद्र कुमार सिंह, राजस्व पदाधिकारी मोहन लाल सिंह, संदीप चौधरी, महालक्ष्मी कंपनी के प्रतिनिधि एमके राव, राजेंद्र मिश्रा, राजेश पटेल, ग्रामीणों में हिरामनी देवी, बबीता देवी, फुलवा देवी, मीना देवी, मनोज उरांव, सुरेश उरांव, रामकुमार उरांव, आशिक उरांव, अशोक उरांव, फूलेश्वर उरांव, रामजीत उरांव, विनोद उरांव, कौलेश्वर गंझू, प्रकाश महतो, रतन गंझू, शिबू उरांव, शिवा उरांव, जतरू उरांव सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है