खलारी. प्रखंड में बीते चार दिनों तक लगातार हुई मूसलाधार बारिश ने किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है. खेतों में लगी टमाटर, मिर्च, बैंगन, भिंडी, कद्दू, पालक, बंधगोभी की फसल बर्बाद हो गयी है. जिसके कारण किसानों के चेहरे में मायूसी छा गयी है. मक्का की गरमा फसलों को नुकसान हो सकता है. धान की खेती के लिए लगाये गये बिचड़े भी पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं. किसान छोटू मुंडा बताते हैं कि पिछले चार दिनों से लगातार हुई वर्षा से धान की बिचड़ा को पानी में डूबने से नुकसान पहुंचा है. वैसे सभी पौधों की जड़ें सड़ सकती हैं. अभी किसानों को अपनी फसलों को बचाने के लिए खेतों से पानी निकासी की व्यवस्था करना एवं पौधों की देखभाल करना आवश्यक है. इसे लेकर खलारी के किसानों ने बताया कि बहुत मेहनत के बाद खेतों में फसल तैयार हुए थे, लेकिन ऐसी वर्षा हुई कि सभी फसल बर्बाद हो गयी. किसानों ने मुआवजा का मांग करते हुए कहा कि उनकी फसलों को बचाने के लिए उचित कदम उठाया जाये. इस संबंध में प्रखंड तकनीकी प्रबंधक विकास रंजन तिर्की ने बताया कि मुआवजा के लिए किसान तीन दिनों के भीतर अंचल कार्यालय में आवेदन दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह के नुकसान से बचने के लिए किसान फसल बीमा जरूर करवाएं.
——————————————क्या कह रहे हैं किसान बमने पंचायत ग्राम के किसान कृष्णा कुमार महतो बताते हैं कि खेत में लगी सभी फसल डूब गयी हैं. इस कारण खेत में लगी सब्जियों के फसलों में लगा फूल-फल लगभग नष्ट हो गये हैं. जिसके कारण काफी नुकसान हुआ है.
………………………………………… तुमांग पंचायत ग्राम करकट्टा के किसान किशुन मुंडा बताते हैं कि निचले खेतों से लेकर ऊपरी सतह की सभी खेतों में पानी भर गया है. जिसके कारण सभी प्रकार के फसलों को नुकसान पहुंचा है. मुंडा ने सरकार से उचित मुआवजा का मांग की है.सब्जियों के गलने से बाजार में महंगाई का दिखा असर
फोटो:-21खलारी01:- ग्राम बमने में पानी से डूबा शब्जियों के फसल का खेत.
फोटो:-21खलारी02:-बुकबुका बाजार में मुरझाया दिख रहा हरि शब्जियां.
फोटो:-21खलारी03:-कृष्णा कुमार महतो.
फोटो:-21खलारी04:-किसान किशुन मुंडा.B
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