रांची. एचइसी की आर्थिक स्थिति दिनों-दिन खराब होती जा रही है. चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में एचइसी का घाटा 226 करोड़ रुपये हुआ है, जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 275 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. जानकारी के अनुसार, एचइसी के तीनों प्लांटों में उत्पादन बहुत कम हुआ है, जबकि प्रोजेक्ट डिविजन ने बेहतर कार्य किया है. एफएफपी प्लांट का घाटा 107.18 करोड़ रुपये, एचएमबीपी का घाटा 125.30 करोड़ रुपये तथा एचएमटीपी का घाटा 25.40 करोड़ रुपये रहा. वहीं प्रोजेक्ट डिविजन ने 30.91 करोड़ लाभ अर्जित किया है. मालूम हो कि एचइसी छह वित्तीय वर्षों से करोड़ों के घाटे में चल रहा है. एचइसी कर्मियों का वेतन 30 माह का बकाया हो गया है. वहीं एचइसी को लेकर एक जुलाई को संसदीय समिति की बैठक होगी, जिसमें एचइसी के श्रमिक संघों के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे.
ठेका कामगारों के अवकाश में कटौती नहीं: लीलाधर
रांची. हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन के महामंत्री लीलाधर सिंह ने कहा कि ठेका कर्मियों के बीच गलत अफवाह फैलाई जा रही है. ठेका कामगार का नए ठेका अनुबंध के तहत रविवार को छोड़कर किसी भी अवकाश की कटौती नहीं होगी, चाहे वह ईएल हो या सीएल. निदेशक कार्मिक के साथ सभी यूनियन की बैठक में उन्होंने ठेका कामगार के रविवार अवकाश की बात उठायी थी. उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या या मांग का हल द्विपक्षीय वार्ता से ही निकलता है, हड़ताल से नहीं. सितंबर 2023 और उसके बाद के वेतन भुगतान को कराया जायेगा. एक जुलाई को एचइसी के पुनरुद्धार के संबंध में संसदीय समिति की बैठक पार्लियामेंट एनेक्सी में होगी. यूनियन के आठ प्रतिनिधि 29 जुलाई को राजधानी एक्सप्रेस से बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली जा रहे हैं. ऐसे समय में ठेका कामगार का हड़ताल या आंदोलन न कामगार न एचइसी हित में है. बैठक में गिरीश कुमार चौहान, दिलीप कुमार सिंह, भोला साव, जगन्नाथ राम, राजेंद्र कांत, राम मोहन बैठा, दिलीप, धनंजय, खुर्शीद उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है