नामकुम.
सीआरसी रांची व दीपशिखा के संयुक्त तत्वावधान में प्रख्यात समाजसेविका, शिक्षाविद, लेखिका व दिव्यांगों के अधिकारों की सशक्त समर्थक हेलेन केलर की स्मृति में हेलन केलर दिवस मनाया गया. दिवस पर आयोजित कार्यशाला में डॉ अदिति भसीम ने दिव्यांगों के परिवारों में उत्पन्न होनेवाले मानसिक व सामाजिक तनावों पर विस्तार से प्रकाश डाला. समस्याओं को दूर करने के व्यावहारिक उपाय बताये. सीआरसी के निदेशक सूर्यमणि प्रसाद ने कहा हेलेन केलर दिवस हम सभी के लिए आत्ममंथन व प्रेरणा का अवसर देता है. हेलेन केलर जैसी विभूतियों का जीवन हमें यह सिखाता है कि शिक्षा, समर्पण और समर्थन से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है. दीपशिखा की सचिव सुधा लिल्हा ने कहा हेलेन केलर का जीवन इस बात का उदाहरण है कि दिव्यांगता कोई कमजोरी नहीं, बल्कि एक अलग तरह की क्षमता है. समाज को चाहिए कि वह समावेशी दृष्टिकोण अपनाते हुए हर व्यक्ति को सम्मान और अवसर दे. मौके पर डॉ अल्का निजामी, डॉ उमासेन गुप्ता, प्रमोद कुमार, बसंत कुमार प्रधान सहित 75 प्रतिभागी शामिल हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है