रांची. झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक मथुरा प्रसाद महतो से भेंट की. प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड आंदोलनकारियों को सरकार के आदेश व 2021 के संकल्प के आलोक में राजकीय मान-सम्मान और अलग पहचान नहीं दिये जाने से अवगत कराया.
अलग पहचान नहीं मिलना दुखद
वार्ता के बाद मुख्य सचेतक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि आंदोलनकारियों को जीते जी राजकीय मान-सम्मान और अलग पहचान नहीं मिलना दुखद है. मुझे भी 2022 में सरकार द्वारा झारखंड आंदोलनकारी के रूप में चिह्नित कर अधिसूचित किया गया है. मुझे भी अभी तक सम्मानित नहीं किया गया है. जिले के पदाधिकारियों को इस पर संज्ञान लेना चाहिए. आंदोलनकारियों की मांगों को लेकर आधिकारियों को तत्परता से काम करना चाहिए. प्रतिनिधिमंडल में मोर्चा के प्रधान सचिव पुष्कर महतो, केंद्रीय सचिव रवि नंदी, सुबोध कुमार लकड़ा, दिवाकर साहू , सुजीत कुमार राम, नेहा नवनीता, पप्पू खान और कोषाध्यक्ष सरोजिनी कच्छप सहित अन्य उपस्थित थे.
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