रांची : झारखंड विधानसभा सत्र के चौथे दिन वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सदन में आर्थिक सर्वेक्षण पेश कर दिया. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तीय 2024-25 में प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी हुई है. इस अवधि में स्थिर मूल्यों पर औसतन प्रति व्यक्ति आय में वार्षिक 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई. जबकि चालू मूल्यों पर 9.1 फीसदी की दर से बढ़ोतरी देखने को मिली है.
बीते तीन सालों में अर्थव्यवस्था में भी हुई बढ़ोतरी
झारखंड के आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बीते तीन सालों में अर्थव्यवस्था में जबदस्त वृद्धि हुई है. वहीं, झारखंड के सकल घरेलू उत्पाद यानी कि जीएसडीपी वार्षिक 7.7 प्रतिशत और वर्तमान मूल्यों पर 10.7 फीसदी की दर से वृद्धि देखने को मिली है. रिपोर्ट में यह भी जानकारी दी गयी है कि राज्य के जीएसडीपी वर्ष 2011-12 में 1 लाख 50 हजार 918 करोड़ रुपये था, जो इस वित्तीय साल 2024-25 के अंत तक स्थिर मूल्यों पर दो गुना हो जाने की उम्मीद है. साथ ही वर्तमान मूल्यों पर तीन गुना से अधिक होने का अनुमान है.
पढ़ें प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी : Delimitation : लोकसभा चुनाव 2029 में सीटों की संख्या बढ़ने से डर क्यों रहे हैं एमके स्टालिन?
झारखंड के बजट का आकार भी बढ़ा
झारखंड के बजट के आकार की बात करें यह साल 2001-02 में 6067 करोड़ रुपये था. जो कि साल 2023-24 में बढ़कर 1,07,921 करोड़ रुपये हो गया. चालू वित्तीय वर्ष यानी कि 2024-25 में बढ़कर 1 लाख 28 हजार 900 होने का अनुमान लगाया गया है. वहीं राज्य को प्राप्त होने वाले राजस्व की बात करें तो औसतन इसकी दर 9.4 फीसदी प्रति वर्ष के हिसाब से बढ़ी है. जबकि कर राजस्व में भी 13.7 फीसदी की दर से वार्षिक बढ़ोतरी देखने को मिली है.