Jharkhand News | हजारीबाग, आरिफ: झारखंड ऑफिसर्स टीचर्स एंड एम्प्लॉइज फेडरेशन (झारोटेफ) एक बार फिर आंदोलन के रास्ते खड़ी है. जानकारी के अनुसार, पांच चरणों में आंदोलन की रूप रेखा बनायी गयी है. पहले चरण में मार्च महीने से शुरू हस्ताक्षर अभियान को पूरा किया गया. 24 जिले में झारखंड ऑफिसर्स टीचर्स एंड एम्प्लॉइज फेडरेशन में एक लाख से अधिक कर्मी जुड़े हैं. हजारीबाग जिले में शिक्षा सहित विभिन्न सरकारी विभागों से जुड़े दो हजार से अधिक कर्मचारी हस्ताक्षर अभियान में शामिल हुए हैं.
क्या है सरकार से मांग
इसे लेकर जिला अध्यक्ष रंजीत कुमार वर्मा ने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा, सरकार की अड़ियल नीति नहीं चलेगी. जिस तरह अगस्त 2022 में हेमंत सोरेन सरकार ने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन मांग को लागू किया. इसके बाद चाइल्ड केयर लीव लागू हुआ है, ठीक उसी तरह बाकी लंबित मांगें समय पर पूरा होने से कर्मचारी आंदोलित नहीं होते. उन्होंने कहा हमारी तीन जायज मांग में शिक्षकों को एमएसीपी का लाभ देने, राज्य कर्मियों की सेवानिवृति उम्र सीमा को 60 से बढ़ाकर 62 वर्ष करने एवं केंद्रीय कर्मियों की तरह शिशु शिक्षण भत्ता लागू करना शामिल है.
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सितंबर में कर्मचारी संकल्प महासम्मेलन
वहीं, झारोटेफ के प्रदेश प्रवक्ता रामविलास पासवान ने कहा आंदोलन के दूसरे चरण जुलाई महीने में सत्तारूढ़ विधायक के सामने जनसमर्थन रैली होगी. अगस्त महीने में अपने-अपने क्षेत्र में जिला मुख्यालय के सामने कर्मचारी शक्ति प्रदर्शन करेंगे. वहीं, आंदोलन के अंतिम चरण सितंबर महीने में राजधानी रांची में कर्मचारी संकल्प महासम्मेलन आयोजित किया गया है. इसमें सभी 24 जिले से एक लाख से अधिक कर्मचारी भाग लेंगे. उन्होंने कहा 24 जिले में झारोटेफ महिला विंग भी कार्यरत है. हजारीबाग झारोटेफ महिला विंग की अध्यक्ष अख्तरी खातून हैं. आंदोलन में कर्मियों का पूरा-पूरा जनसमर्थन मिला है.
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