रांची. रांची महाधर्मप्रांत के कैथोलिक कलीसिया के विश्वासियों ने रविवार को पेंतेकोस्ट का पर्व मनाया. यह पर्व प्रेरितों पर पवित्र आत्मा उतरने की घटना को इंगित करता है. इस अवसर पर रांची महाधर्मप्रांत के सामलौंग पल्ली में 82 बच्चे-बच्चियों ने दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण किया. रांची महाधर्मप्रांत के आर्चबिशप विंसेंट आइंद ने मिस्सा बलिदान अर्पित कर दृढ़ीकरण संस्कार की धर्मविधि संपन्न की. आर्चबिशप ने अपने उपदेश में कहा कि पवित्र आत्मा विभिन्नता में एकता लाती है. वह अपने सात वरदानों द्वारा प्रेम का वातावरण स्थापित करती है. उन्होंने पवित्र आत्मा के सातों वरदानों का मर्म समझाया. कहा कि इन वरदानों के लिए अपना हृदय खुला रखें. आर्चबिशप ने कहा कि दृढ़ीकरण संस्कार ग्रहण करने से ही ख्रीस्तीय जीवन की जिम्मेदारी समाप्त नहीं होती है, बल्कि जिम्मेदारी और बढ़ जाती है. उपदेश के बाद आर्चबिशप ने बच्चों के माथे पर पवित्र तेल लगाकर धर्मविधि पूरी की. इससे पूर्व सामलौंग पल्ली के विश्वासियों ने आदिवासी परंपरा-संस्कृति से उनका स्वागत किया. कार्यक्रम में सामलौंग के पल्ली पुरोहित फादर मैक्सीमुस टोप्पो, सहायक पल्ली पुरोहित फादर बर्नाबास मिंज, फादर आनंद लकड़ा, आर्चबिशप के सचिव फादर असीम मिंज, धर्मबहनें एवं बड़ी संख्या में विश्वासी उपस्थित थे.
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