रांची (वरीय संवाददाता). राज्य में एक बार फिर खतियानी आंदोलन तेज हो गया है. खतियान आधारित स्थानीय व नियोजन नीति के मांग को लेकर दुमका से निकली खतियानी पदयात्रा 21वें दिन (गुरुवार को) राजभवन पहुंची. इस अवसर पर संगठन के केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ महतो ने कहा कि नौ जून को राज्यपाल से वार्ता होगी. कहा कि खतियान आधारित स्थानीय व नियोजन नीति के मांग का लेकर यह पदयात्रा निकाली गयी थी. राज्य में बिना स्थानीय नीति के नियुक्ति प्रक्रिया की जा रही है. यह बेइमानी है. स्थानीयता विधेयक को बार-बार लटकाया, भटकाया और अटकाया जा रहा है. सरकार स्थानीयता के मामले में उदासीन है. पदयात्रा में अमित मंडल, विजय सिंह, अयूब अली, दमयंती मुंडा, संजय महतो, आलोक उरांव, फुलेश्वर बैठा, निशा भगत, समुद्र पाहन, महेंद्र कुमार मंडल, संतोष महतो, प्रेम नायक, गुणा भगत, प्रेम मार्डी, अर्जुन रजवार, बिहारी महतो सहित काफी संख्या में जेएलकेएम कार्यकर्ता उपस्थित थे.
बूटी मोड़ से गाजे-बाजे के साथ निकली पदयात्रा
इस पदयात्रा का शुभारंभ 15 मई को उपराजधानी दुमका से किया गया था. तय रूट के अनुसार पदयात्रा 21 विधानसभा क्षेत्रों से होते हुए 570 किमी की दूरी तय कर रांची पहुंची. गुरुवार को इसका शुभारंभ बूटी मोड़ से गाजे-बाजे के साथ हुआ. इस दौरान झारखंडियों की एक ही पहचान- 1932 का खतियान का नारा दिया गया.वाहनों की लगी कतार
बूटी मोड़ से पदयात्रा निकाले जाने के कारण जगह-जगह जाम लग गयी. वाहन रेंगते रहे. एक घंटे तक कई सड़कों की यही स्थिति बनी रही. पदयात्रा जब राजभवन पहुंची तो सड़क को जाम से मुक्ति मिली.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है