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पत्थरबाजी की बढ़ रही घटनाओं पर लोकसभा में बोले सांसद संजय सेठ, राष्ट्रीय स्तर पर समीक्षा कर बने कड़ा कानून

बीजेपी सांसद संजय सेठ ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे देश विरोधी ताकतें राष्ट्रीय स्तर पर पत्थरबाजी का प्रशिक्षण देने का काम कर रही हैं. राष्ट्र विरोधी तत्वों के संरक्षण में असामाजिक तत्व अपने प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी कर सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं. हत्या करते हैं. कड़ा कानून बने.

रांची: बीजेपी सांसद संजय सेठ ने आज बुधवार को लोकसभा सत्र के दौरान नियम-377 के तहत देशभर में बढ़ रही पत्थरबाजी की घटनाओं पर चिंता जताई और इसके विरुद्ध एक कड़ा राष्ट्रीय कानून बनाने की मांग की. सांसद श्री सेठ ने कहा कि पहले कश्मीर में पत्थरबाजी की घटना सुनने और देखने को मिलती थी. अब पत्थरबाजी की घटना पूरे देश में सामान्य हो चुकी है. श्री सेठ ने कहा कि कुल मिलाकर पूरा देश इस समस्या से जूझ रहा है, जिसमें करोड़ों की संपत्तियों का नुकसान पहुंचाया गया. उन्होंने इस मामले की राष्ट्रीय स्तर पर समीक्षा करने और एक कठोर कानून बनाने की मांग की. इसमें पत्थरबाजी करने वाले लोगों और समूह की पहचान कर उन्हें सख्त सजा देने का प्रावधान हो. उनकी संपत्तियां जब्त की जाएं और नुकसान हुई सार्वजनिक संपत्तियों की भरपाई उनकी संपत्ति को नीलाम करके की जाए. इधर, सांसद संजय सेठ ने विश्व आदिवासी दिवस पर ढेर सारी शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि आदिवासियों का आदर्श पूर्ण जीवन संघर्ष शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है. नि:स्वार्थ भाव से प्राकृतिक और मानव समाज के लिए किया गया उनका कार्य उनके संस्कार उनकी संस्कृति हम सबों के लिए अनुकरणीय है.

देश विरोधी ताकतें दे रहे पत्थरबाजी का प्रशिक्षण

बीजेपी सांसद संजय सेठ ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे देश विरोधी ताकतें राष्ट्रीय स्तर पर पत्थरबाजी का प्रशिक्षण देने का काम कर रही हैं. राष्ट्र विरोधी तत्वों के संरक्षण में असामाजिक तत्व अपने प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी कर सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाते हैं. हत्या करते हैं. पत्थरबाजी से प्रशासन और पुलिसकर्मियों को घायल करते हैं. श्री सेठ ने संसद में कहा कि शोभायात्रा में जुलूस के ऊपर पत्थरबाजी करके भी जान-माल का भारी नुकसान पहुंचाते हैं. उन्होंने इस मामले की राष्ट्रीय स्तर पर समीक्षा करने और एक कठोर कानून बनाने की मांग की. इसमें पत्थरबाजी करने वाले लोगों और समूह की पहचान कर उन्हें सख्त सजा देने का प्रावधान हो.

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राष्ट्रीय समस्या बन गयी पत्थरबाजी

रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा कि यह अब बड़ी राष्ट्रीय समस्या बनती जा रही है, जिस पर विचार करने की आवश्यकता है. पिछले 1 वर्ष की बात करूं तो झारखंड की राजधानी रांची सहित पूरे देश में ऐसी लगभग 100 घटनाएं हुई हैं, जहां सामूहिक रूप से पत्थरबाजी कर सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया. कई लोगों के जान लिए गए. कई लोग गंभीर अवस्था में घायल हो गए. अभी हरियाणा में भी पत्थरबाजी की ऐसी ही घटना हुई.

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राष्ट्रीय स्तर पर समीक्षा कर बने कड़ा कानून

सांसद संजय सेठ ने कहा कि कुल मिलाकर पूरा देश इस समस्या से जूझ रहा है, जिसमें करोड़ों की संपत्तियों का नुकसान पहुंचाया गया. उन्होंने इस मामले की राष्ट्रीय स्तर पर समीक्षा करने और एक कठोर कानून बनाने की मांग की. इसमें पत्थरबाजी करने वाले लोगों और समूह की पहचान कर उन्हें सख्त सजा देने का प्रावधान हो. उनकी संपत्तियां जब्त की जाएं और नुकसान हुई सार्वजनिक संपत्तियों की भरपाई उनकी संपत्ति को नीलाम करके की जाए.

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विश्व आदिवासी दिवस की दी बधाई

सांसद संजय सेठ ने विश्व आदिवासी दिवस पर ढेर सारी शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि आदिवासियों का आदर्श पूर्ण जीवन संघर्ष शौर्य और पराक्रम का प्रतीक है. नि:स्वार्थ भाव से प्राकृतिक और मानव समाज के लिए किया गया उनका कार्य उनके संस्कार उनकी संस्कृति हम सबों के लिए अनुकरणीय है. आदिवासी प्राकृतिक के उपासक और संस्कृति के संरक्षक हैं. भगवान राम के काल की बात हो या भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की. हर कदम पर आदिवासी बंधु व भगिनीयों ने त्याग संघर्ष वीरता और बलिदान की मिसाल पेश की है.

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Guru Swarup Mishra
Guru Swarup Mishrahttps://www.prabhatkhabar.com/
मैं गुरुस्वरूप मिश्रा. फिलवक्त डिजिटल मीडिया में कार्यरत. वर्ष 2008 से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से पत्रकारिता की शुरुआत. आकाशवाणी रांची में आकस्मिक समाचार वाचक रहा. प्रिंट मीडिया (हिन्दुस्तान और पंचायतनामा) में फील्ड रिपोर्टिंग की. दैनिक भास्कर के लिए फ्रीलांसिंग. पत्रकारिता में डेढ़ दशक से अधिक का अनुभव. रांची विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में एमए. 2020 और 2022 में लाडली मीडिया अवार्ड.

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