खलारी. बुकबुका पंचायत के एसीसी कॉलोनी समेत पूरा इलाका बरसाती घांस, झाड़ियां एवं गंदगी से पटा है. कॉलोनी की नालियों की वर्षों से सफाई नहीं हुई है. इस कारण मच्छरों का प्रकोप इन दिनों बहुत बढ़ गया है. मच्छर का प्रकोप ज्यादा बढ़ने का कारण मानसून भी है. क्योंकि मानसून में जर्जर सड़कों पर जहां-तहां बारिश के पानी के जमाव से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है. कॉलोनी में जहां-तहां जमा कचरा का ढेर, बरसाती घास और झाड़ियां से घिरी सड़क से लोग परेशान हैं. गंदगी की वजह से मच्छरों का हमला रात-दिन जारी है. सड़क पर जल जमाव एवं बरसाती घास के चलते इन दिनों मच्छरों का आतंक ज्यादा बढ़ा हुआ है. मच्छरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि लोगों का एक मिनट बाहर खड़ा होना मुश्किल हो गया है. घर से बाहर निकलते ही मच्छरों के हमला बढ़ जाता है. शाम में मच्छरों का ज्यादा हमला होता हैं. जबकि घरों के अंदर भी मच्छरों के आतंक से लोग परेशान हैं. ऐसे में लोगों को बीमार होने का डर सताने लगा है. मच्छरों का आतंक से निजात पाने एवं झाड़ियों और नालियों की सफाई को लेकर स्थानीय लोगों द्वारा कई बार प्रखंड कार्यालय में शिकायत की गयी है, परतुं शिकायत के बावजूद नालियां और झाड़ियों की सफाई नहीं होने से लोगों में रोष व्याप्त है. इधर पंचायत के मुखिया पारस नाथ उरांव का कहना है कि सफाई के नाम कोई फंड नहीं आता है जिसके कारण सफाई कराना मुश्किल है.
कीटनाशक का नहीं हुआ छिड़काव
स्थानीय लोगों ने बताया कि एसीसी कॉलोनियों समेत बुकबुका के अन्य नालियां की सफाई वर्षों से नहीं हुई है. कीटनाशक दवाई का छिड़काव भी कई वर्षों से नहीं हो रहा है. मच्छरों के हमला से लोगों के रात की नींद तक भी हराम हो गयी है. गंदगी से पट चुकी नालियों से मच्छरों का जन्म हो रहा है. उठती गंदगी और मच्छरों के प्रकोप के चलते लोगों में मच्छरजनित बीमारियों की आशंका बनी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है