रांची. स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत कार्यरत मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर्स (एमपीडब्ल्यू) ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को स्वास्थ्य निदेशालय में जोरदार हंगामा किया. दोपहर बाद सभी एमपीडब्ल्यू निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. सी के शाही के चैंबर तक पहुंच गये और श्रावणी मेला के लिए उनकी प्रतिनियुक्ति का विरोध किया. इस दौरान बड़ी संख्या में एमपीडब्ल्यू निदेशक के कक्ष में घुस गये और प्रतिनियुक्ति में भेदभाव का आरोप लगाया. मौके पर उनके बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई. संघ द्वारा जारी बयान में कहा गया कि यह प्रदर्शन स्थायी सेवा की मांग को लेकर किये जा रहे चरणबद्ध आंदोलन का हिस्सा है. प्रदर्शनकारियों ने काफी देर तक निदेशालय भवन में हंगामा किया और बाद में कार्यालय के सामने भी विरोध प्रदर्शन जारी रखा. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि वे चार से छह जुलाई तक काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे. सात जुलाई को तख्ती लटका कर अपना विरोध दर्ज करेंगे. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे 11 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय और अपर मुख्य सचिव कार्यालय का घेराव करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनके आंदोलन के कारण स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था प्रभावित होती है, तो इसकी जिम्मेदारी विभाग के अधिकारियों की होगी.
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