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Ranchi News : आइडिया हैकथॉन 4.0. देशभर से 488 आइडिया का चयन

मिनिस्ट्री ऑफ एमएसएमई की ओर से एमएसएमई आइडिया हैकथॉन 4.0 का आयोजन किया गया था.

:::: सबसे ज्यादा तमिलनाडु से 178 और झारखंड से तीन आइडिया चयनित

:::: आइडिया को स्टार्टअप के रूप में विकसीत करने के लिए मिलेंगे 15 लाख रुपये

रांची(क्रांति दीप). मिनिस्ट्री ऑफ एमएसएमई की ओर से एमएसएमई आइडिया हैकथॉन 4.0 का आयोजन किया गया था. इसमें स्विकृत आइडिया का परिणाम जारी कर दिया गया है. देशभर से कुल 488 आइडिया का चयन किया गया. इसमें सबसे ज्यादा तमिलनाडु से 178 आइडिया का चयन हुआ है. वहीं, झारखंड से तीन युवाओं के इनेावेटिव आइडिया को चयनित किया गया. इसमें होस्ट इंस्टीट्यूट रामकृष्ण मिशन विवेकानंद एजुकेशनल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट से सुभाजित मंडल, होस्ट इंस्टीट्यूट झारखंड गवर्नमेंट मिनी टूल रूम सेंटर रांची से साइकत डे, होस्ट इंस्टीट्यूट नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जमशेदपुर से मनीषा शर्मा का चयन हुआ. इसमें चयनित आइडिया को एक प्रोटोटाइप के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 15 लाख रुपये तक सहयोग दिया जायेगा. साथ ही होस्ट इंस्टीट्यूट की ओर से मेंटरशिप, इंफ्रास्ट्रक्चर, इक्विपमेंट्स आदि की सुविधाएं दी जायेंगी. बताते चलें कि पिछले साल आयोजित एमएसएमई आइडिया हैकथॉन 3.0 सिर्फ महिला इनोवेटर्स के लिए था. इसमें देशभर से कुल 397 आइडिया के प्रपोजल का चयन किया गया था. इनमें झारखंड से भी एक आइडिया शामिल था.

साइकत डे के ह्यूमनॉइड रोबोट के आइडिया का चयन

होस्ट इंस्टीट्यूट झारखंड गवर्नमेंट मिनी टूल रूम सेंटर रांची के माध्यम से साइकत डे ने अपने ह्यूमनॉइड रोबोट के आइडिया का प्रपोजल भेजा. सभी राउंड के बाद अंतिम रूप से चयनित कर लिया गया. साइकत बीआइटी मेसरा के मैथ्स एंड कंप्यूटिंग के छात्र हैं. उन्होंने बताया कि उनके तैयार किये ह्यूमनॉइड रोबोट आम लोगों के काम को देख कर सीख सकता है. इसका लाभ डीफेंस, इंडस्ट्री व स्पेस मिशन में किया जा सकता है. उनके पिता स्वपन कुमार डे बिजनेस करते हैं और मां अपराजिता डे गृहिणी हैं.

सुभाजित ने ब्लैक सोल्जर फ्लाइ के प्रोडक्शन पर आइडिया प्रस्तुत किया

रामकृष्ण मिशन विवेकानंद एजुकेशनल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट से एमएससी कर रहे सुभाजित मंडल के आइडिया का भी चयन किया गया. उन्होंने मास प्रोडक्शन ऑफ ब्लैक सोल्जर फ्लाई का आइडिया दिया था. उन्होंने बताया कि इसकी मदद से वेस्ट मैनेजमेंट, बायोफ्यूल प्रोडक्शन में लाभ मिल सकता है. वहीं, मछली, पोल्ट्री के खाना में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. यह एक प्रकार का मक्खी होता है. इस मक्खी का कमर्शियल प्रोडक्शन कई देशों में किया जाता है. लेकिन, भारत में नहीं हो रहा है. झारखंड के वातावरण में इस मक्खी का लाइफ साइकिल 60 से 65 दोनों का होता है.

किस राज्य से कितने आइडिया का चयन

-तमिलनाडु-178

-आंध्र प्रदेश-47- तेलंगाना-46

-महाराष्ट्र-41-कर्नार्टक-26

-ओडिशा- 22-उत्तर प्रदेश-21

– बंगाल-20- झारखंड-3

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