सतीश कुमार,
रांची
. झारखंड भाजपा में फिलहाल संगठन की मजबूती व संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. इधर, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक पिछले ढाई साल से नहीं हुई है. इसको लेकर पार्टी के अंदरखाने में सवाल उठ रहे हैं. पार्टी की संवैधानिक परंपराओं के अनुसार, प्रत्येक तीन माह में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक होनी है. भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की अंतिम बैठक 23-24 जनवरी 2023 को देवघर में हुई थी. यह बैठक तत्कालीन अध्यक्ष व वर्तमान राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश की अध्यक्षता में हुई थी. इसमें अन्नपूर्णा देवी, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, बाबूलाल मरांडी, नागेंद्र नाथ त्रिपाठी, कर्मवीर सिंह सहित प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, विशेष आमंत्रित सदस्य, विधायक, सांसद व जिलाध्यक्ष मौजूद थे. इसके बाद चार जुलाई 2023 को बाबूलाल मरांडी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की कमान सौंपी गयी. इसके बाद से अब तक प्रदेश कार्यसमिति की बैठक नहीं हुई है. इसको लेकर पार्टी के अंदरखाने में चर्चा चल रही है.कार्यसमिति सदस्यों की सूची तैयार की गयी थी
कहा जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की ओर से सिर्फ प्रदेश पदाधिकारियों व पार्टी के सात मोर्चा अध्यक्षों की घोषणा की गयी. अब तक आधिकारिक रूप से कार्यसमिति सदस्यों की घोषणा नहीं हुई है. ऐसे में कार्यसमिति की बैठक होना संभव नहीं है. इससे पहले तत्कालीन अध्यक्ष दीपक प्रकाश के कार्यकाल में भी कार्यसमिति सदस्यों की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई थी. हालांकि, कार्यसमिति सदस्यों की एक सूची तैयार की गयी थी. कार्यसमिति बैठक की इसी सूची में शामिल सदस्यों को मेल व फोन कर बैठक में आमंत्रित किया गया था. इसको लेकर भी सवाल उठे थे. इधर, अभी भी पार्टी के कई नेता अपने आप को कार्यसमिति बताते हैं.सात माह से चल रहा सदस्यता अभियान
विधानसभा चुनाव के बाद से प्रदेश भाजपा में पिछले सात माह से सदस्यता अभियान के साथ संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. 22 दिसंबर को पार्टी की ओर से सदस्यता अभियान की शुरुआत की गयी थी, लेकिन यह प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पायी है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, राज्य के 29 हजार बूथों में से 50 प्रतिशत से अधिक बूथों पर संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी. मंडल अध्यक्षों के गठन की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. हालांकि, अब इसके सत्यापन का कार्य चल रहा है. पार्टी ने एक साथ मंडल अध्यक्षों की घोषणा करने की तैयारी की है. मंडल अध्यक्षों के नाम घोषित होने के बाद जिलाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जायेगी. 27 संगठनात्मक जिलों में से आधा से अधिक में जिलाध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा. इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व से पर्यवेक्षक आयेंगे.
तय समय पर सांगठनिक प्रक्रिया पूरी होगी : प्रतुल
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है और इसका संगठन भी सबसे बड़ा है. पिछले सात माह से सदस्यता अभियान व सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है. बीच में पूरा संगठन विधानसभा चुनाव में भी व्यस्त रहा. तय समय पर सारी सांगठनिक प्रक्रिया और बैठकें पूरी कर ली जायेंगी. भाजपा में कांग्रेस, झामुमो व राजद की तरह एक परिवार के इशारे पर मनोनयन नहीं होता है. यहां संगठन के पदों के लिए पारदर्शी तरीके से चुनाव होता है.
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