रांची (वरीय संवाददाता). कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि विभाग पशुधन सहायक का नियमावली तैयार करा रहा है. कोशिश होगी कि इसमें पारा वेटनरी प्रशिक्षण प्राप्त युवकों को नौकरी में प्राथमिकता मिले. पाराभेट को मोबाइल वेटनरी यूनिट के साथ भी जोड़ा जायेगा. मंत्री ने बुधवार को पशुपालन निदेशालय के सभागार में 138 पाराभेट और 50 सहकारी समितियों को प्रमाण पत्र दिया. मंत्री ने कहा कि जिन राज्यों ने शुरुआती दौर में सहकारिता आंदोलन के महत्व को समझा, वह काफी आगे हैं. कर्नाटक और केरल जैसे राज्य इसके उदाहरण है. आज हमारे राज्य में 11,755 समितियां रजिस्टर्ड हैं. परंतु इनकी सक्रियता काफी कम है. सरकार वैसी समितियों को एक मौका देगी, जो समितियां सक्रिय नहीं होगी, उनका निबंधन समाप्त कराया जायेगा. सहायक निबंधक, सहयोग समितियां अशोक कुमार तिवारी ने मौके पर कहा कि सहकारी समितियों को मिलकर काम करना होगा. समितियों को कार्यशील रखने के लिए नियमित बैठक करने, चुनाव कराने और ऑडिट कराना जरूरी है. डॉ संजू सैमसन टोप्पो ने कहा कि पाराभेट का प्रशिक्षण 45 दिनों तक चला. इस दौरान इनको कई संस्थानों का भ्रमण भी कराया गया. इस मौके पर संयुक्त निदेशक डॉ विपिन खलखो तथा सहायक निबंधक एबी कुजूर भी मौजूद रहे. धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनोज तिवारी ने किया.
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