रांची. रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार ने कहा है कि मरीजों के इलाज और भर्ती करने की प्रक्रिया में फेंका-फेंकी बर्दाश्त नहीं की जायेगी. हर हाल में मरीजों को बेहतर इलाज देना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. यह बातें वह शुक्रवार को सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक के दौरान कही. उन्होंने कहा कि अक्सर सुनने में आता है कि मरीज भर्ती होने के लिए इधर-उधर भटकते रहते हैं. कोई विभाग अपनी जिम्मेदारी लेना नहीं चाहता है, इसलिए परिजन परेशान रहते हैं.
विभागाध्यक्षों ने निदेशक को बतायीं समस्याएं
उन्होंने कहा कि इमरजेंसी में आनेवाले गंभीर मरीजों को समय पर इलाज मिले और उसको बीमारी के हिसाब से वार्ड में भर्ती करना है. हालांकि, विभागाध्यक्षों ने निदेशक को भर्ती होने में आनेवाली समस्या से भी अवगत कराया. उनका कहना था कि कई बार बेड की उपलब्धता नहीं रहती है, वहीं कई बार ट्रॉली और व्हीलचेयर की समस्या आती है. ऐसे में व्यवस्था को बेहतर बनाने की जरूरत है. इस पर निदेशक ने कहा कि मैनपावर की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. शीघ्र इस समस्या से निजात मिलेगी.
सफाई एजेंसी की राशि रोकने का आदेश
रिम्स की सफाई का जिम्मा संभाल रही एजेंसी अन्नपूर्णा के भुगतान पर रोक लगा दी गयी है. एजेंसी 450 थर्ड पार्टी कर्मचारियों का पीएएफ व इएसआइ का पैसा जमा नहीं कर रही थी. वहीं, राज्य के श्रमायुक्त, इपीएफओ कमिश्नर और इएसआइ के अधिकारी से इसकी शिकायत भी की गयी है.
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