रांची. राजधानी में इस बार रामनवमी पर बिजली की डिमांड रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गयी. यानी कि इस बार रामनवमी पर बिजली सबस्टेशनों से मोहल्लों को ज्यादा बिजली मिली. जेबीवीएनएल ने हाइकोर्ट के निर्देश के बाद बेहतर बिजली आपूर्ति को लेकर विशेष प्रबंध पहले से ही कर रखा था. इसका नतीजा यह रहा कि जहां पहले रामनवमी के दिन 10 से 11 घंटे तक बिजली कटती थी, वहीं इस बार शहरी इलाकों में चार से पांच घंटे, जबकि ग्रामीण इलाकों में पांच से सात घंटे तक ही बिजली काटी गयी.
शहरी क्षेत्र में महज पांच घंटे हुई बिजली की कटौती
राजधानी के कोकर इंडस्ट्रियल एरिया, अशोक नगर और हरमू सहित कई बाहरी इलाकों में बिजली रात 9:00 बजे तक बहाल हो गयी थी. मेन रोड में रात 10.15 बजे बहाल कर दी गयी थी. इसके अलावा कुछ इलाकों में शाम 7.30 बजे बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी गयी थी. बिजली कई क्षेत्रों में शाम चार बजे काटी गयी थी. यानी 25 साल के इतिहास में यह पहला अवसर था, जब यह अंतराल घटकर महज पांच घंटों का रहा.
राजधानी के 5.85 लाख उपभोक्ताओं को मिली राहत
इससे राजधानी के करीब 5.85 लाख उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली. आम तौर पर राजधानी में रामनवमी के मौके पर निकलनेवाली शोभायात्रा के वक्त 100 मेगावाट तक ही बिजली की डिमांड रहती है. वर्ष 2020 से 2024 तक यही स्थिति रही. इस साल बिजली की अधिकतम मांग (पिक डिमांड) रात आठ से नौ बजे के बीच करीब 158 तक मेगावाट तक देखी गयी.
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