रांची.
राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने शुक्रवार को अपना 44वां स्थापना दिवस मनाया. कार्यक्रम में बैंकिंग, प्रशासन, शिक्षा, उद्योग और विकास क्षेत्रों से जुड़े कई प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की मौजूद थीं. उन्होंने नाबार्ड द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में किये गये विकास कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार तथा नाबार्ड के बीच बेहतर तालमेल से विकास कार्यक्रमों का विस्तार व प्रभाव और बढ़ सकता है. ग्रामीण उद्यमिता पर पैनल चर्चा में मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने एसएलबीसी और बैंकों से आग्रह किया कि वे ऋण वितरण की जमीनी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करें और परंपरागत तरीकों से आगे बढ़कर किसानों और ग्रामीण उद्यमियों तक समय पर एवं सुलभ ऋण पहुंचायें.नाबार्ड की प्राथमिकताओं को सामने रखा
इस मौके पर नाबार्ड की कई महत्वपूर्ण पुस्तिकाओं का विमोचन किया गया. नाबार्ड झारखंड के मुख्य महाप्रबंधक गौतम सिंह ने स्वागत भाषण में नाबार्ड की प्राथमिकताओं को सामने रखा. इस मौके पर ग्रामीण कार्य विभाग के श्रीनिवासन, रिजर्व बैंक की प्रभारी अधिकारी अनामिका शर्मा, झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष पी गट्टानी, आइआइएम के प्रोफेसर डॉ अमन कुमार, उद्यमी निशांत कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे.
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