रांची. सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक के नाम पर छात्रों से धन उगाही करनेवाले गिरोह के बारे में नया खुलासा हुआ है. एसआइटी की जांच में पता चला कि इस मामले में गोरखपुर निवासी रेलवे के सीनियर इंजीनियर विनय साह और कोलकाता में किराये के फ्लैट में रहनेवाले अनीश भी शामिल हैं. दोनों के सत्यापन के लिए एसआइटी की टीम ने गोरखपुर, मोतिहारी, रक्सौल, कोलकाता और आसनसोल में छापेमारी की.
पूछताछ के लिए नोटिस भेजा
छापेमारी के क्रम में पता चला कि विनय साह ने विभाग से एक माह के लिए छुट्टी ली है. इसलिए एसआइटी ने उन्हें पूछताछ की खातिर आने के लिए उनके विभाग और पत्नी को नोटिस दिया है. सत्यापन में एसआइटी को पता चला है कि अनीश कोलकाता स्थित जिस फ्लैट में किराये पर रहता था, वहां वह पिछले 10 दिनों से नहीं रह रहा है. इसलिए मामले में अपार्टमेंट के सेक्रेटरी और एक रिश्तेदार को नोटिस भेजा गया है. अनीश के आसनसोल स्थित नियामतपुर में भी जाने की सूचना भी मिली थी. इस कारण एसआइटी इलाके का कॉल डंप हासिल कर उसका विश्लेषण कर रही है.
आरोपियों ने पहले पूछताछ में दोनों की जानकारी दी थी
एसआइटी ने मामले में गिरफ्तार शशि भूषण और मनोज को पूछताछ के लिए 22 मई 2025 को रिमांड पर लिया था. दोनों से पूछताछ के दौरान अनीश और विनय साह के नाम सामने आये थे. जिसके बाद दोनों के बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए एसआइटी की टीम को मोतिहारी, रक्सौल, गोरखपुर, कोलकाता और आसनसोल भेजा गया था. दोनों संदिग्ध आरोपियों के फरार रहने पर एसआइटी दोनों की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से वारंट लेगी और इसके आधार पर विधिपूर्वक कार्रवाई करेगी.
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