रांची. केंद्रीय सरना स्थल सिरमटोली के सामने फ्लाइओवर के रैंप निर्माण का विरोध बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को सिरमटोली सरना स्थल में आदिवासी संगठनों की बैठक हुई. सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ 17 मार्च को मुख्यमंत्री का राज्य स्तर पर पुतला दहन करने व आदिवासी विधायकों की शवयात्रा निकालने का निर्णय लिया गया. इसके साथ ही 21 मार्च को मशाल जुलूस निकलाने व 22 मार्च को रांची बंद का आह्वान किया गया.
अनिश्चितकालीन धरना की चेतावनी दी
आदिवासी संगठनों ने कहा कि सरकार अब भी हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है, तो फ्लाइओवर रैंप के ऊपर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे. आंदोलन की अगुवाई कर रहे राहुल तिर्की, निरंजना हेरेंज टोप्पो, कुंदरसी मुंडा एवं पवन तिर्की ने कहा कि सरना आदिवासी समाज ने सरकार को 10 मार्च तक फ्लाइओवर का रैंप हटाने का समय दिया था, जो खत्म हो गया है. इसलिए अब समाज ने उग्र आंदोलन का निर्णय लिया है. इस बार रांची डीसी द्वारा सरहुल शोभायात्रा की तैयारी को लेकर होनेवाली शांति समिति की बैठक में समाज के लोग शामिल नहीं होंगे. बैठक की अध्यक्षता जगलाल पहान ने की. संचालन पवन तिर्की ने किया.
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