Ranchi News | रांची, शुभम हल्दार : राजधानी रांची के तमाड़ स्थित प्राचीनकालीन सोलहभुजी मां दिउड़ी मंदिर परिसर में हो रहे सौंदर्यीकरण कार्य को लेकर कल मंगलवार को एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया. करीब 8 करोड़ 40 लाख रुपये की लागत से पर्यटन विभाग द्वारा मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण किया जाना है. लेकिन, जब निर्माण कार्य शुरू हुआ तो उग्र ग्रामीण विरोध करने पहुंच गये. जिसके बाद पुलिस और ग्रामीणों के बीच खूब बवाल हुआ.
मंदिर परिसर बना रणक्षेत्र
मंदिर में निर्माण कार्य की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मंदिर परिसर पहुंचकर विरोध जताने लगे. इनमें अधिकतर स्थानीय महिलाएं शामिल थी. देखते ही देखते मंदिर परिसर रणक्षेत्र बन गया. रैपिड एक्शन फोर्स की महिला व पुरुष जवानों के साथ महिलाएं उलझ पड़ी. हो-हंगामे के बीच मंदिर विरोधियों और पुलिस के बीच हाथापाई की संभावनाएं बनी रही.

अगवा नेता को हिरासत में लेने के बाद उग्र हुए ग्रामीण
स्थिति के तनाव पूर्ण होते ही बुंडू एसडीएम किस्टो कुमार बेसरा, एसडीपीओ ओम प्रकाश समेत तमाड़ थाना प्रभारी रोशन कुमार और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. अधिकारियों ने ग्रामीणों से संवाद कर उन्हें समझाने का प्रयास किया. सावधानी के तौर पर प्रशासन ने अगवा नेता पूर्णचंद सिंह मुंडा को एहतियातन हिरासत में लिया. अपने चहेते नेता को पुलिस हिरासत में देख बुलडोजर चलाने का विरोध कर रहे ग्रामीण और अधिक उग्र हो गये, जिसके बाद अगवा नेता बने पूर्णचंद्र सिंह मुंडा को पुलिस ने हिरासत से मुक्त किया.

अपनी दुकानों को लेकर चिंतित हैं ग्रामीण
इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि मंदिर परिसर के आसपास वे बीते कई वर्षों से दुकान लगा रहे हैं. अगर सौंदर्यीकरण हुआ तो, उनकी दुकानों को हटा दिया जायेगा. सौंदर्यीकरण के बाद दोबारा उन्हें दुकान मिलेंगी या नहीं, इसे लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है. इसी वजह से वे लगातार इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं.
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शुरू हुआ सौंदर्यीकरण कार्य
प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद माहौल शांत हुआ और सौंदर्यीकरण कार्य दोबारा शुरू कराया गया. एहतियात के तौर पर मंदिर परिसर में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है और प्रशासन की निगरानी में काम जारी है. एसडीएम किस्टो कुमार बेसरा ने कहा कि दिउड़ी मंदिर झारखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में शामिल है. यहां देशभर से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन अब तक सुविधाएं न के बराबर हैं. इसी वजह से सरकार ने सौंदर्यीकरण का निर्णय लिया है. स्थानीय दुकानदारों की आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. पहले उन्हीं दुकानदारों को दुकानें दी जाएंगी. जो वर्षों से यहां कारोबार कर रहे हैं.
सौंदर्यीकरण के बाद श्रद्धालुओं को मिलेगी कई सुविधाएं
फिलहाल प्रशासन और ग्रामीणों के बीच बनी सहमति के बाद स्थिति नियंत्रण में है और कार्य प्रशासन की देखरेख में जारी है. सौंदर्यीकरण कार्य के शुभारंभ को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंदिर परिसर में विरोधियों से निबटने के लिए पूर्व से ही प्रशासन तैयार थी. प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को उनके फायदे बताते हुए प्रशासन की ओर से कार्य प्रारंभ करने पर जोर दिया. अंतत: प्रशासन इसमें सफल भी रहा. बताया गया कि 8 करोड़ की सरकारी स्वीकृत योजना के अंतर्गत मंदिर परिसर में पक्के दूकान, मैरिज हॉल, धर्मशाला समेत कई जन उपयोगी योजनाएं शामिल हैं. जिससे मंदिर में पूजा अर्चना करने आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी.