रांची. राजधानी रांची सहित पूरे झारखंड में प्रकृति पर्व सरहुल की धूम रही. इस मौके पर निकली भव्य शोभायात्रा में शामिल युवाओं में अभूतपूर्व उत्साह देखा गया. शोभायात्रा में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया. इस दौरान सिरम टोली स्थित केंद्रीय सरना स्थल पर दोपहर बाद से ही बड़ी संख्या में आदिवासी युवाओं ने परंपरागत तरीके से सरहुल नृत्य और गीत प्रस्तुत किया. जिनका सामाजिक संगठनों द्वारा तैयार मंच के जरिये भव्य स्वागत किया गया. शोभायात्रा मार्ग पर रात में रोशनी के लिए जेनरेटर और पेयजल सहित अन्य सुविधाओं के इंतजाम थे.
जय आदिवासी केंद्रीय परिषद ने लगाया शिविर
केंद्रीय सरना स्थल सिरम टोली रोड में जय आदिवासी केंद्रीय परिषद झारखंड प्रदेश एवं पहड़ा समन्वय समिति ने सेवा शिविर लगाया था. इसके माध्यम से शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया. सरहुल पूजा समिति द्वारा स्टेज बनाया गया था. इसमें सरहुल संस्थापक रामदयाल मुंडा और कार्तिक दरांव की तस्वीर लगायी गयी थी. यहां सेवादार मजबूती से जुटे थे.
आरएसएस के स्वयंसेवकों ने बांटा चना
प्रकृति पर्व सरहुल की शोभायात्रा के दौरान आरएसएस सेवा विभाग श्रीराम नगर के स्वयंसेवकों ने भी कैंप लगाकर स्वागत किया. मौके पर शोभायात्रा व सरना समितियों के पाहनों और अगुवाओं के साथ ही विशिष्ट लोगों का स्वागत किया गया. किशोर उम्र के स्वयंसेवकों ने कैंप से चना और पेयजल उपलब्ध कराने की पहल की.
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