प्रतिनिधि, मेसरा.
क्षेत्रीय सरना समिति प्रदेश कार्यसमिति की बैठक चुट्टू स्थित प्रदेश कार्यालय में हुई. अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष बच्चन उरांव ने राज्य की वर्तमान हालत पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि प्रखंड कार्यालय से लेकर सचिवालय तक भ्रष्टाचार का आलम है. उन्होंने झारखंडी अस्मिता की रक्षा के लिए फिर से उलगुलान करने की बात कही. उक्त समिति के कार्यकर्ता अंचल कार्यालय से लेकर सचिवालय तक भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने को लेकर कार्य करेंगे. बैठक में सर्वसम्मति से सीएनटी (छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम), एसपीटी (संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम) एक्ट को कड़ाई से लागू करने, जनजातीय धार्मिक जमीन जिसमें पहनाई, डाली कतारी, मसना, हरगड़ी, सरना की जमीन की खरीद-बिक्री बंद करने, सरकारी (गैरमजरुआ) जमीन व भू-दान में मिली गरीबों की जमीन की निगरानी सरकारी स्तर से करने, पंचायत के मुखिया गलत वंशावली निर्गत नहीं करने, गैर आदिवासी से विवाह करनेवाले आदिवासी महिला को आरक्षण बंद करने, समता मुलक समाज की स्थापना के लिए कार्य संबंधी प्रस्ताव पास करने की मांग की गयी. मौके पर समिति के संरक्षक जगत मुंडा, उपाध्यक्ष प्रतुल मुंडा, सुमित मुंडा, सुनील उरांव, सूरज उरांव, रमेश उरांव, दिनेश मुंडा, अजय उरांव, बिमल उरांव, महावीर मुंडा, तरुण उरांव आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है