रांची. ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने शहीदे आजम भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव और जनकवि अवतार सिंह पाश की शहादत की याद में गोष्ठी का आयोजन किया. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि रांची में आयोजित इस कार्यक्रम में वर्तमान सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा हुई. भगत सिंह के विचारों और उनकी प्रासंगिकता पर चर्चा की गयी. छात्र राजनीति, सांप्रदायिकता और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर चिंतन किया गया. भगत सिंह और अवतार सिंह पाश की क्रांतिकारी विरासत को आत्मसात कर सामाजिक बदलाव के लिए संघर्ष तेज करने का संकल्प लिया गया. राज्य सचिव त्रिलोकी नाथ ने कहा कि मौजूदा समय में छात्रों व युवा वर्ग को देश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए ताकि जातीय उत्पीड़न, सांप्रदायिकता, बेरोजगारी, शिक्षा संकट और महिला समानता की लड़ाई को भगत सिंह के विचारों के आधार पर मजबूत किया जा सके. उन्होंने कहा कि भगत सिंह न केवल एक क्रांतिकारी थे, बल्कि एक विचारक भी थे. जिन्होंने, सांप्रदायिकता और शोषण के खिलाफ संघर्ष का रास्ता दिखाया. इस अवसर पर छुटुराम महतो, मो समी, विजय कुमार, मोहम्मद सोहेल, सोनाली केवट, अनुराग राय, सोनू, निखिल, सत्यप्रकाश सहित दर्जनों छात्र मौजूद थे.
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