रांची. रिम्स प्रबंधन बरसात से पहले जलजमाव वाले स्थलों को चिह्नित कर रहा है. वर्तमान में ग्राउंड फ्लोर स्थित फिजियोथेरेपी विभाग, डेंगू और कैदी वार्ड के आसपास हर साल बरसात में पानी जमा हो जाता है. इससे मरीजों को परेशानी होती है. बरसात में पानी जमा होने से फिजियोथेरेपी विभाग को कई बार बंद करना पड़ता है. वहीं, डेंगू व कैदी वार्ड के आसपास जलजमाव से मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है. इससे वार्ड में भर्ती मरीजों को काफी परेशानी होती है. वहीं, मच्छर जनित बीमारी का भी खतरा बढ़ जाता है. यहां बता दें कि रिम्स के बेसमेंट में पानी जमने की समस्या काफी पुरानी है. जलजमाव के निराकरण के लिए इस पर लाखों रुपये खर्च भी हुए हैं, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ है. ज्ञात हो कि रिम्स के फिजियोथेरेपी विभाग समेत ग्राउंड फ्लोर पर बने विभिन्न वार्डों में हर साल बरसात के मौसम में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इससे मरीजों के साथ-साथ डाॅक्टरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
बोले अधिकारी
बेसमेंट में जलजमाव वाले स्थलों को चिह्नित किया गया है. पीएचइडी के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह पानी निकासी की व्यवस्था करें, जिससे समस्या का निराकरण हो सके.डॉ राजीव रंजन, पीआरओ, रिम्सB
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