रांची (प्रमुख संवाददाता). झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में बुधवार को प्रभारी मंत्री दीपक बिरूआ ने कहा कि रोड सेफ्टी के फीचर पाठ्यक्रम में शामिल कराये जायेंगे. सड़क सुरक्षा नियमों की विस्तृत जानकारी के लिए जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. सड़क दुर्घटना के आंकड़ों को कम करने का प्रयास किया जायेगा. मंत्री श्री बिरूआ ने यह जानकारी प्रदीप यादव की ओर से अल्पसूचित प्रश्न के तहत उठाये गये सवाल पर दी.
उन्होंने बताया कि शराब पीकर ड्राइव करने पर रोकथाम के लिए ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट एवं प्रावधानित दंड को प्रभावी तरीके से लागू करने को लेकर राज्य के सभी जिलों के लिए कुल 303 ब्रेथ एनालाइजर उपलब्ध कराये गये हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में 3871, वर्ष 2022 में 5174, वर्ष 2023 में 5315 और 2024 में 5191 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. राज्य सरकार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए संकल्पित है. इसे न्यूनतम करने तथा पूर्णतया रोकथाम के लिए नियमित वाहन जांच अभियान के साथ-साथ सड़क दुर्घटनाओं के विस्तृत तकनीकी विश्लेषण करते हुए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने का प्रयास किया गया है. शराब पीकर वाहन चलाने वाले चालकों के विरुद्ध मोटरयान अधिनियम, 1988 की धारा-185 के तहत वर्ष-2023 में 411 और वर्ष 2024 में 377 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किया गया है.डीसी नहीं देते तरजीह : नवीन जायसवाल
भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि हर जिला में ब्लैक स्पॉट होता है. डीसी की अध्यक्षता में कमेटी बनी हुई है. कई ब्लैक स्पॉट रांची में भी हैं. सेफ्टी फीचर के लिए रांची डीसी को कई बार चिट्ठी भी भेजा, पर कोई तरजीह नहीं दी गयी. हर जिले के डीसी को चिट्ठी लिखकर ब्लैक स्पॉट में सेफ्टी फीचर लगाने का निर्देश दें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है