खलारी. मॉनसून की पहली ही बारिश ने खलारी में जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया. मंगलवार शाम से शुरू हुई मूसलधार वर्षा लगातार रुक-रुक कर जारी है. बारिश इतनी तेज है कि कुछ ही दिनों पहले तक जिन नदियों में रेत नजर आ रहा था, वे अब लबालब बह रही हैं. खलारी की प्रमुख नदियां सपही, दामोदर और सोनाडुबी पूरे उफान पर हैं और जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. बारिश का सीधा असर आमजन पर भी दिख रहा है. जिन सड़कों पर जलनिकासी की व्यवस्था ठीक नहीं है, वहां पानी भर जाने से सड़कें तालाब में तब्दील हो गयी हैं. स्कूली बच्चों को आने-जाने में परेशानी हो रही है. फिसलन के कारण मुख्य सड़कों पर दुपहिया और भारी वाहनों के लिए खतरा बढ़ गया है. बारिश का सबसे अधिक प्रभाव कोयला खनन क्षेत्र में देखा जा रहा है. सीसीएल (एनके एरिया) की कोयला खदानों में पानी भरने से उत्पादन कार्य प्रभावित हुआ है.
खलारी बाजारटांड़ की ओर जाना बनी चुनौती
लगातार बारिश का असर यह है कि खलारी बाजारटांड़ आना जाना मुश्किल हो गया है. स्टेशन रोड से लेकर सीमेंट कारखाना गेट तक गड्ढों में पानी भरा है. कारखाना गेट से खलारी बाजारटांड़ जाने वाली मुख्य सड़क पर करीब 200 मीटर की दूरी तक एक से दो फीट तक पानी जमा है. वाहन किसी तरह इस रास्ते को पार कर रहे हैं, लेकिन पैदल यात्रियों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. पूर्व में पानी के निकासी की व्यवस्था थी. परंतु धीरे धीरे सब कुछ ध्वस्त हो गया. नाली, पुलिया में मिट्टी भर गयी है. वर्षा होते ही परेशानी बढ़ गयी है.मॉनसून की पहली बारिश से उफनी नदियां, खलारी में जनजीवन अस्त-व्यस्त
फोटो:- 18 खलारी 04:- खलारी बाजारटांड़ जाने वाली सड़क पर जलजमाव.
18 खलारी 05:- सपही नदी में जलस्तर बढ़ा. 18 खलारी 06:- उफनाई सोनाडुबी नदी.B
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