रांची. राजधानी में बढ़ती गर्मी का असर डैमों के जलस्तर पर भी पड़ने लगा है. गेतलसूद (रुक्का डैम), हटिया डैम व गोंदा (कांके) डैम में क्षमता से छह से 14 फीट तक पानी कम है.रुक्का डैम का जलस्तर पिछले साल की तुलना में लगभग दो फीट घट गया है. पिछले वर्ष चार अप्रैल को रुक्का डैम का जल स्तर 24.06 फीट था, जो इस वर्ष घट कर 22.01 फीट हो गया है. फिलहाल डैम में जलापूर्ति योग्य सिर्फ आठ फीट पानी बचा है.
रुक्का डैम से शहर की 80 % आबादी को जलापूर्ति
रुक्का डैम से शहर की 80 प्रतिशत आबादी को जलापूर्ति की जाती है. रुक्का डैम की अधिकतम क्षमता 36 फीट है. डैम में 14 फीट गाद भर गया है. ऐसे में इससे कम जलस्तर पहुंचने पर जलापूर्ति नहीं हो सकती है. डैम में अभी क्षमता से 14 फीट पानी कम है. इधर, पिछले वर्ष की तुलना में हटिया डैम का जलस्तर लगभग छह फीट अधिक है. पिछले साल पांच अप्रैल को हटिया डैम में 23.7 फीट पानी था. इस बार डैम में 29.11 फीट पानी है. हालांकि, अभी भी डैम में क्षमता से 10 फीट पानी कम है. गोंदा (कांके डैम) के जलस्तर में पिछले साल की तुलना में कोई खास अंतर नहीं है. पिछले वर्ष छह अप्रैल को डैम में 22.1 फीट पानी था. इस बार 22.4 फीट पानी है. इस डैम की अधिकतम क्षमता 28 फीट है. ऐसे में डैम में क्षमता से साढ़े पांच फीट पानी कम है. कांके डैम में सात फीट गाद भर गया है. ऐसे में यहां सप्लाई योग्य 15 फीट पानी बचा है.
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