रांची. झारखंड में एनीमिया मुक्त भारत और स्कूली स्वास्थ्य कल्याण कार्यक्रम को पहले के मुकाबले ज्यादा प्रभावी बनाया जायेगा. स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ सभी लाभार्थियों को मिले, इसके लिए जैप आइटी की टेक्निकल टीम द्वारा डिजिटल हेल्थ ऐप का निर्माण किया जायेगा. उक्त ऐप के माध्यम से राज्य के लाभार्थी स्वयं ही अपना पंजीकरण कर लाभ प्राप्त कर सकेंगे. यह बातें मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कही. वह एनीमिया मुक्त भारत एवं विद्यालय स्वास्थ्य कल्याण कार्यक्रम की अंतर्विभागीय राज्यस्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. बैठक में एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम एवं स्कूली स्वास्थ्य कल्याण कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी चर्चा हुई. इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक अबु इमरान, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं प्रमुख चंद्र किशोर शाही भी मौजूद थे. बैठक के दौरान राज्य कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के नोडल पदाधिकारी डॉ कमलेश कुमार ने विभिन्न विभागों से अपेक्षित सहयोग पर प्रेजेंटेशन दिया. बैठक में समाज कल्याण, महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता, पंचायती राज, ग्रामीण विकास, आजीविका मिशन, शहरी विकास एवं आवास, जनवितरण प्रणाली, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग समेत कई विभागों के प्रतिनिधि शामिल हुए.
किशोर स्वास्थ्य कार्ड एवं डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड तैयार होगा
बैठक में स्कूली बच्चों में पोषण पर जागरूकता बढ़ाने, अच्छी आदतों के प्रोत्साहन के लिए स्वास्थ्य संबंधी विषयों को पाठ्यक्रम में शामिल करने, जिला एवं प्रखंड स्तर पर टास्क फोर्स का गठन कर स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियों का संचालन, सभी योग्य लाभार्थियों की हीमोग्लोबिन जांच को तीन महीने या छह महीने के विशेष अभियान के तहत पूरा करने, स्कूलों में नियमित स्वास्थ्य परीक्षण (हेल्थ चेकअप) की व्यवस्था सुनिश्चित करने, किशोर स्वास्थ्य शिक्षा पर स्वास्थ्य आरोग्य दूत द्वारा जानकारी प्रदान करने एवं किशोर स्वास्थ्य कार्ड एवं डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड तैयार करने का निर्णय लिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है