रांची. उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग अंतर्गत जेसीएसटीआइ द्वारा राज्य भर के विवि व संस्थानों के शिक्षकों से सीड मनी रिसर्च प्रोजेक्ट के तहत आवेदन मंगाये गये. इनमें 117 आवेदन प्राप्त हुए. जिनमें रांची विवि से सिर्फ एक आवेदन आये. वहीं ज्यादातर आवेदन एनआइटी और बीआइटी आदि तकनीकी संस्थानों से आये. दो दिनों तक रांची विवि अंतर्गत आइक्यूएसी सभागार में रांची विवि के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में जेसीएसटीआइ के अधिकारियों व अन्य सदस्यों द्वारा स्क्रीनिंग का काम पूरा किया गया.
राशि देने के लिए दो से 10 लाख रुपये तक का प्रावधान रखा
राज्य सरकार ने रिसर्च प्रोजेक्ट के तहत राशि देने के लिए दो से 10 लाख रुपये तक का प्रावधान रखा है. इनमें माइनर प्रोजेक्ट के तहत 12 माह के लिए दो लाख रुपये तथा मेजर प्रोजेक्ट के तहत 24 माह के लिए पांच लाख रुपये का बजट निर्धारित किया है. वहीं लांग टर्म प्रोजेक्ट के तहत 36 माह के लिए 10 लाख रुपये बजट का प्रावधान रखा गया है. इसकी मॉनिटरिंग जेसीएसटीआइ द्वारा की जायेगी. नियमानुसार जेसीएसटीआइ वर्ष में दो बार आवेदन आमंत्रित करेगा.
रांची विवि ने भी सीड मनी के लिए आवेदन मंगाया था
रांची विवि प्रशासन ने भी फरवरी माह में सीड मनी रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए आवेदन मंगाया था. जिनमें 32 शिक्षकों ने आवेदन दिया. वहीं रिसर्च सपोर्ट ग्रांट फॉर सीनियर फैकल्टी मेंबर के लिए 24 शिक्षकों ने आवेदन जमा किये. शिक्षकों द्वारा आवेदन जमा करने के बाद विवि स्तर पर इसकी स्क्रीनिंग की गयी. शीघ्र ही रिजल्ट जारी कर दिया जायेगा. विवि द्वारा सीड मनी के लिए पूर्व में शिक्षकों से आवेदन आमंत्रित किये गये थे, लेकिन 10 से भी कम शिक्षकों ने आवेदन किया. इसके बाद विवि प्रशासन कुछ शर्तों में छूट देते हुए आवेदन जमा करने के लिए तिथि बढ़ा दी. इसके बाद भी 32 शिक्षकों ने रिसर्च प्रोजेक्ट के लिए आवेदन दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है