रांची. चतरा जिले के हंटरगंज प्रखंड के सात गांव राज्य सरकार की वेबसाइट से गायब हैं. सरकारी रिकॉर्ड में साढ़े तीन साल के दौरान इन गांव में न तो बच्चों का जन्म हुआ है और न ही किसी की मृत्यु हुई है. सांख्यिकी पोर्टल पर इससे संबंधित कोई लेखा-जोखा का रिकॉर्ड नहीं है. इन गांव में जन्म लेने या मृत्यु होनेवालों का प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है. करमा पंचायत में 23 राजस्व गांव हैं, लेकिन सांख्यिकी की वेबसाइट पर 16 गांव के ही नाम अंकित हैं.
जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन रहे
सांख्यिकी पोर्टल पर बारा, बेदौली, चटनियां, डंडई, गोवरडीह, बसरिया व भोक्ताडीह गांव के नाम अपलोड नहीं हैं. इन गांव में जन्म लेनेवाले बच्चों और मरनेवाले व्यक्तियों के प्रमाण पत्र ऑनलाइन निर्गत नहीं हो रहे हैं. यह समस्या अक्तूबर 2021 से बनी हुई है. इससे पूर्व जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र ऑफलाइन बनाये जाते थे. जनसेवक, कर्मचारियों की रिपोर्ट व मुखिया के सत्यापन के बाद प्रखंड कार्यालय से प्रमाण पत्र निर्गत हो जाता था, लेकिन जब से ऑनलाइन की व्यवस्था हुई है, तब से सातों गांव के लिए संकट उत्पन्न हो गया है.
::::::::::: ::::::::::::: ::::::::::::::: ::::::::::::गांव की सूची अपलोड करने में हुई गड़बड़ी
जब राजस्व गांव की सूची पोर्टल पर अपलोड हो रही थी, उसी समय यह गड़बड़ी हुई है. इन गांवों के ग्रामीण गांव का नाम अपलोड कराने के लिए प्रखंड से लेकर जिला तक का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुननेवाला नहीं है. इस समस्या के समाधान को लेकर विधायक जनार्दन पासवान ने विधानसभा में भी मामले को उठाया है, लेकिन यह समस्या जस की तस बनी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है