श्री राधाकृष्ण मंदिर में पांच दिवसीय श्री कृष्ण बीतक कथा का समापन
रांची.
पुंदाग स्थित श्री राधाकृष्ण प्रणामी मंदिर में संगीतमय पांच दिवसीय श्री कृष्ण बीतक कथा का समापन गुरुवार को हुआ. संत शिरोमणि स्वामी सदानंद महाराज के सानिध्य में कार्यक्रम श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट द्वारा कराया गया. कथा के अंतिम दिन कथा वाचिका विदुषी साध्वी मीणा महाराज ने स्वामी महामती प्राणनाथ और राजा छत्रसाल के ऐतिहासिक व आध्यात्मिक मिलन का वर्णन प्रस्तुत किया. उन्होंने बताया कि यह मिलन केवल दो महान आत्माओं का नहीं, बल्कि धर्म और कर्म, भक्ति और शक्ति के संगम का प्रतीक है. उन्होंने बताया कि कैसे स्वामी जी ने राजा छत्रसाल को आत्मज्ञान की ओर अग्रसर किया. उन्हें धर्म युद्ध के लिए प्रेरित किया. यह प्रसंग न केवल ऐतिहासिक था, बल्कि वर्तमान समय में भी आत्म जागरण का संदेश देता है. साध्वी मीणा महाराज ने श्रीकृष्ण के बाल लीलाओं से लेकर महाभारत के युद्ध भूमि में दिये गये गीता उपदेशों तक के प्रसंगों को मार्मिकता से प्रस्तुत किया. श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम…, प्रेम रंग में रंग दे सांवरिया… जैसे भजन हुए. समापन सामूहिक आरती व प्रसाद वितरण के साथ हुआ. मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष डूंगरमल अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल, निर्मल जालान, सचिव मनोज चौधरी, सज्जन पाड़िया, शिव भगवान अग्रवाल, संजय सर्राफ, मधु जाजोदिया, पूरणमल सर्राफ, झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के वरीय उपाध्यक्ष ललित कुमार पोद्दार, महामंत्री विनोद कुमार जैन, श्री माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष किशन साबू, सचिव नरेंद्र लखोटिया, अग्रवाल सभा के सह मंत्री निर्मल बुधिया, श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति के अध्यक्ष मुकेश काबरा, वासुदेव भाला,मनीष सोनी, मनीष जालान, अभय कुमार, विष्णु सोनी, नंदकिशोर चौधरी, सुरेश अग्रवाल, पवन पोद्दार, विद्या देवी अग्रवाल, पूनम अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल आदि मौजूद थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है