रांची (प्रमुख संवाददाता). झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को प्रभारी मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि जल्द ही 4919 पदों पर पुलिस की बहाली की जायेगी. इसको लेकर विज्ञापन निकाला जायेगा. विधायक शत्रुघ्न महतो की ओर से तारांकित प्रश्न के माध्यम से उठाये गये सवाल पर मंत्री ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि उत्पाद सिपाही की बहाली में विसंगति की वजह से विलंब हुआ. कैबिनेट की बैठक में इसको लेकर स्पष्ट निर्णय हो गया है. जल्द ही बहाली की प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी. विधायक शत्रुघ्न महतो ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर जनसंख्या एवं पुलिस अनुपात एक लाख की आबादी पर 300 पुलिस का मानक तय किया गया है. झारखंड में प्रति एक लाख की आबादी पर 211 पद स्वीकृत हैं. परंतु वर्तमान में 157 पुलिस ही कार्यरत हैं. जिला बल की संख्या कम होने के कारण कार्यरत सिपाहियों को 20 घंटे या उससे अधिक की सेवा देनी पड़ रही है. इसका असर विधि व्यवस्था पर भी पड़ रहा है.डोरंडा थाना में तीन दिनों तक युवकों रखा, पैसा मांगा, कार्रवाई हो : सीपी सिंह
रांची. विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को सूचना के माध्यम से विधायक सीपी सिंह ने डोरंडा पुलिस से जुड़ा एक मामला उठाया. श्री सिंह ने सदन में बताया कि रांची विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले दो युवकों को डोरंडा थाना की पुलिस तीन दिन तक थाने में रखी. इसके बाद थाना प्रभारी ने एक दारोगा के माध्यम से पैसे की मांग की. सीपी सिंह ने बताया कि दोनों लड़कों का दोष सिर्फ इतना था कि नदी के उस पार उनका घर बन रहा है. निर्माणाधीन घर में दोनों हर दिन पानी पटाने जाते थे. इस दौरान बगल के घर में चोरी हुई तो शक के आधार पर दोनों युवकों को पकड़ कर 72 घंटे तक थाना में रखा गया. उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि पुलिस पूछताछ के लिए किसी भी थाना बुला सकती है, लेकिन 72 घंटे तक थाना में नहीं बैठा सकती है. सीपी सिंह ने सरकार से इस मामले की जांच करा कर कार्रवाई करने का अनुरोध किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है