रांची.
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने शुक्रवार को विशाखापत्तनम में 2300 करोड़ से निर्मित स्वदेशी पोत निस्तार को राष्ट्र को समर्पित किया. भारत दुनिया के उन राष्ट्रों में शामिल हो गया, जिनके पास नौसेना का ऐसा अत्याधुनिक पोत है. इस अवसर पर रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि निस्तार पोत आत्मनिर्भर होते भारतीय नौसेना का प्रतीक है. आज भारत रक्षा क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा है. स्वदेशी पोत निस्तार एक भारत, श्रेष्ठ भारत का प्रतीक है.यह पोत 10 मंजिला है
श्री सेठ ने कहा कि निस्तार सिर्फ हमारा युद्ध पोत नहीं है, यह समुद्री क्षेत्र में हमारी बढ़ती शक्ति का प्रतीक है. उन्होंने बताया कि 2300 करोड़ रुपये की लागत से बना यह जहाज 10 मंजिला है. 10,500 टन वजन वाला निस्तार समुद्र की गहराई में जाकर राहत और बचाव कार्य करने में सक्षम है. इसमें लगे उपकरण 1000 मीटर तक समुद्र की गहराई में जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह भारत के रक्षा क्षेत्र के विकसित होने का प्रमाण है. इस अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा 17वीं शताब्दी में स्थापित किये गये नौसेना को याद करते हुए संजय सेठ ने कहा कि हम छत्रपति शिवाजी की विरासत को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. इस अवसर पर भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, कमांड अधिकारी कमांडर अमित सुब्रो बनर्जी, पूर्व नौसेना अध्यक्ष एडमिरल सुनील लांबा भी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है