रांची. जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के सेक्टर-2, साइड-4 मौसीबाड़ी स्थित एक क्वार्टर में पुलिस और वन विभाग की टीम पर हमला कर बंदर को भगा ले जाने के आरोपी को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया. आरोपी का नाम देवाशीष पाल है. पुलिस ने इसके क्वार्टर से दो बंदर को भी बरामद किया है, जिसे एक-एक कर जाल से पकड़ने के बाद वन विभाग की टीम अपने साथ ले गयी. गिरफ्तार आरोपी पर अलग-अलग मामलों में 11 केस दर्ज बताये गये हैं. उल्लेखनीय है कि 14 अप्रैल 2025 को बंदर को कैद कर रखे जाने की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम वहां गयी थी. बचन के लिए देवाशीष पाल ने क्वार्टर के गेट पर तार लगाकर करंट प्रवाहित कर दिया था. उस तार को लाठी-डंडे से हटाने के बाद जब टीम घर के अंदर गयी तब देवाशीष ने उनके ऊपर पालतू कुत्ता छोड़ दिया गया. किसी तरह टीम ने कुत्ते को भगाया. टीम ने पाया कि सीढ़ी पर एक बंदर को लोहे की चेन से बांध कर रखा गया है. वन विभाग के गृहरक्षक मनोज एक्का व लक्ष्मण बाड़ा ने बंदर को अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया. तब देवाशीष ने अपनी मां के हाथ से डंडा लेकर गृह रक्षक और पुलिस पर हमला कर दिया था. मिर्च पाउडर फेंका, जिससे जगन्नाथपुर थाना के एसआइ सत्यवीर, गृह रक्षक हुसैन व महिला आरक्षी सावित्री देवी की आंख में जलन होने लगी. वहीं देवाशीष ने एसआइ पंकज कुमार के दाहिने हाथ पर डंडा से प्रहार किया. इसके बाद देवाशीष गाली-गलौज करते हुए झूठे केस में फंसाने की धमकी देते हुए बंदर को लेकर छत से नीचे कूद गया. फिर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया. मामले में बेड़ो-नगड़ी क्षेत्र के प्रभारी वन परिसर पदाधिकारी राहुल महली ने आरोपी देवाशीष के खिलाफ सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने, वन जीव संरक्षण अधिनियम 1972 का उल्लंघन व टीम पर हमला किये जाने को लेकर जगन्नाथपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
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