सरकारी स्कूलों के बच्चों की अंग्रेजी होगी मजबूत, वोकेबथॉन शुरू
जिला शिक्षा विभाग की अनूठी कोशिश, हर दिन कक्षा में सिखाए जायेंगे सामान्य शब्द
रांची. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अंग्रेजी ज्ञान को मजबूत करने और उनकी बोलचाल की क्षमता को बेहतर बनाने के लिए जिला शिक्षा विभाग ने एक नयी पहल की है. ‘वोकेबथॉन’ नामक इस अभियान के तहत अब कक्षा एक से आठवीं तक के सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों को प्रतिदिन अंग्रेजी के सामान्य शब्द सिखाए जायेंगे. इसमें खास ध्यान इस बात पर दिया जायेगा कि छात्र-छात्राओं को रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल होने वाले शब्दों का अंग्रेजी में सही उच्चारण और स्पेलिंग दोनों याद हों.
इस संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक बादल राज ने सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और प्रभारी प्रधानाध्यापकों को एक पत्र जारी किया है. इसमें स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि शिक्षक प्रतिदिन बच्चों को दिनों के नाम, महीनों के नाम, रंग, फल, फूल, पशु-पक्षी और अन्य सामान्य वस्तुओं के नाम अंग्रेजी में पढ़ायें और दोहरवायें.वीडियो कॉलिंग से होगी निगरानी
शिक्षकों द्वारा इस गतिविधि को कैसे संचालित किया जा रहा है, इसका मूल्यांकन भी किया जायेगा. इसके लिए जिला स्तर के पदाधिकारी समय-समय पर ऑनलाइन वीडियो कॉलिंग के जरिए शिक्षकों और बच्चों से सीधे जुड़ेंगे. इसके अलावा, हर महीने शिक्षकों को सिखाए जाने वाले शब्दों की सूची भी व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भेजी जायेगी ताकि एकरूपता बनी रहे.शिक्षक ऐसे सिखायेंगे बच्चों को अंग्रेजी शब्द
हर दिन एक निश्चित समय पर 5-10 शब्द बच्चों को सिखाने होंगेबच्चों को शब्दों का सही उच्चारण और स्पेलिंग दोनों याद कराना होगा
बातचीत के दौरान छात्रों को इन शब्दों के प्रयोग के लिए प्रेरित करना होगापहले से भी चल रहे हैं कई नवाचारी कार्यक्रम
यह पहल जिला शिक्षा विभाग द्वारा पहले से चल रहे गुणवत्ता शिक्षा अभियान का हिस्सा है. विभाग के मुताबिक बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उन्हें सार्वजनिक रूप से बोलने के लिए तैयार करने को लेकर कई योजनाएं पहले से लागू हैं.”नो योर झारखंड” और ”नो योर कंट्री”
राज्य और देश की जानकारी को लेकर छात्रों में रुचि और समझ बढ़ाने के लिए ‘नो योर झारखंड’ और ‘नो योर कंट्री’ कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. इसके तहत हर महीने 50 सवाल स्कूलों को भेजे जाते हैं, जिन्हें शिक्षक बच्चों को पढ़ाते और याद कराते हैं. इन सवालों में झारखंड के इतिहास, संस्कृति, पर्व, प्रमुख व्यक्ति और देश की भौगोलिक-सामाजिक जानकारी से जुड़े विषय होते हैं.”रांची स्पीक्स” से खुल रहे बच्चों के बोल
बच्चों को मंच पर आत्मविश्वास के साथ बोलने का अवसर देने के लिए ‘रांची स्पीक्स’ कार्यक्रम के तहत स्कूलों में हफ्ते में एक बार छात्रों को किसी भी विषय पर पांच मिनट का भाषण देने के लिए मंच दिया जाता है. इससे बच्चों की झिझक कम होती है और वे धीरे-धीरे बिना डर के बोलने लगते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है