मलेशिया के मस्जिद का प्रारूप बना आकर्षण का केंद्र
रांची. डोरंडा में डोरंडा सेंट्रल मुहर्रम कमेटी की ओर से शनिवार की देर रात नौंवी का जुलूस निकाला गया. इसमें विभिन्न मुहल्लों की ओर से झांकी व ताजिया निकाली गयी. यह जुलूस विभिन्न इलाकों से होते हुए युनूस चौक पहुंचा और यहां झांकी और पारंपरिक खेलकूद का प्रदर्शन करने के बाद जुलूस अपने-अपने अखाड़े में लौट गया. जुलूस में शामिल लोगों का स्वागत किया गया. हाथीखाना के अखाड़ा की ओर से मलेशिया के मस्जिद का प्रारूप तैयार किया गया था. इसका निर्माण अब्दुल कुद्दुस, अरशद अंसारी व इमरान अंसारी द्वारा किया गया था. यहां के खलीफा शहनवाज आलम (रिंकू) और उप खलीफा अरबाज अंसारी है. हुसैन घोल बाजार मोहल्ला द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को दिखाया गया था. उनकी और से फाइटर विमान तैयार किया गया था. इजहार अहमद मिंटू की ओर से बनाया गया था. यहां के खलीफा इकबाल है.आज निकलेगा दसवीं और पहलाम का जुलूस
डोरंडा में दिन के 10 बजे से दसवीं का जुलूस निकलेगा. डोरंडा के विभिन्न इलाकों से होते हुए ओरवब्रिज होकर मेन रोड जायेगा. जुलूस शहीद चौक होकर वापस अपने-अपने अखाड़े में लौट जायेगी. वहीं, शाम में पहलाम का जुलूस निकाला जायेगा, जो डोरंडा के विभिन्न इलाकों से होते हुए राजेंद्र चौक के समीप स्थित कर्बला जायेगा जहां नियाज फातिहा कर निशान को ठंडा किया जायेगा और वापस अपने-अपने अखाड़े में लौट जायेंगे. डोरंडा सेंट्रल मुहर्रम कमेटी के अध्यक्ष अशरफ अंसारी ने कहा कि रविवार को निकलनेवाले जुलूस की तैयारी पूरी कर ली गयी है.
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