रांची. वित्तीय वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड 22,172.56 करोड़ रुपये टैक्स कलेक्शन के बाद भी कर वसूली का लक्ष्य पूरा करने में राज्य सरकार को सफलता नहीं मिली है. इसका कारण राज्य सरकार द्वारा वसूले जानवाले नन जीएसटी टैक्स में आयी कमी है. वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष में 447.88 रुपये कम नन जीएसटी टैक्स की वसूली हुई है. यह गत वित्तीय वर्ष से 5.31 प्रतिशत कम है.
वैट, जेपीटी और जेइडी की वसूली में आयी कमी
नन जीएसटी टैक्स के तहत वैल्यू एडेड टैक्स (वैट), झारखंड प्रोफेशनल टैक्स (जेपीटी) और झारखंड एक्साइज ड्यूटी (जेइडी) की वसूली की जाती है. वैट, जेपीटी व जेइडी तीनों ही टैक्स की वसूली गत वित्तीय वर्ष की तुलना में कम हुई है. वैट की वसूली में सबसे 6.05 प्रतिशत की कमी आयी है. वहीं, जेपीटी की वसूली में 0.04 प्रतिशत व जेइडी की वसूली में 2.02 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में नन जीएसटी टैक्स के रूप में कुल 8427.97 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया गया था. वहीं, वित्तीय वर्ष 2024-25 में 7980.09 करोड़ रुपये ही वसूला गया है.पूरा नहीं हुआ राजस्व वसूली का लक्ष्य
वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य सरकार द्वारा 26,000 करोड़ रुपये की राजस्व वसूली का लक्ष्य पूरा नहीं होने का बड़ा कारण नन जीएसटी टैक्स की वसूली में आयी कमी है. पिछले वर्ष की तुलना में जीएसटी और जीएसटी कंपनसेशन की राशि में क्रमश: 0.75 प्रतिशत व 5.87 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की गयी है. चालू वित्तीय वर्ष में केवल आइजीएसटी सेटलमेंट की राशि में 44.21 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. जिसके कारण राज्य सरकार को टैक्स की कुल वसूली गत वित्तीय वर्ष से अधिक करने में सफलता मिली है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है