संत अलबर्ट्स कॉलेज में नये एकेडमिक सत्र की शुरुआत
रांची. संत अल्बर्ट्स कॉलेज में बुधवार से नये एकेडमिक सत्र (2025-26) की शुरुआत हुई. मुख्य अतिथि आर्चबिशप सह कॉलेज के चांसलर विसेंट आईंद उपस्थित थे. आर्चबिशप ने मिस्सा के दौरान धर्मविधि पूरी की. उपदेश में कहा कि आज हम नये शैक्षणिक वर्ष का उदघाटन कर रहे हैं. एकेडमिक से हमारा मतलब सिर्फ विषयों तक सीमित नहीं है बल्कि जीवन और विकास के आध्यात्मिक पहलू को शामिल करते हैं. आर्चबिशप ने कहा कि अगर हममें ज्ञान, समझ और बुद्धि की प्यास नहीं है तो हम इन बातों में विकास नहीं कर सकते. उसी तरह यदि हममे ईश्वर को लेकर प्यास नहीं है तो हम आध्यात्मिक रूप से भी विकास नहीं कर सकते. खूंटी के बिशप सह कॉलेज के वाइस चांसलर विनय कंडुलना ने कहा कि आज डिग्री और डिप्लोमा प्राप्त करनेवाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया है. इन सभी ने कड़ी मेहनत, सकारात्मकता से इसे हासिल किया है. उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता को अपने जीवन में पहली प्राथमिकता देना है. फादर फ्रांसिस मिंज ने आदिवासी पहचान को लेकर जागरूकता के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने अपने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन में झारखंड, आदिवासी पहचान और आनेवाली चुनौतियों के बारे में बताया. इससे पूर्व कॉलेज के रेक्टर फादर अजय कुमार खलखो ने नये सत्र पर सभी स्वागत किया. कॉलेज के अध्यक्ष फादर सुमन एक्का ने विगत एक वर्ष की गतिविधियों की जानकारी दी.सम्मानित हुए विद्यार्थी
इस समारोह के दौरान कोर्स पूरा करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया. ईश शास्त्र (स्नातक) के 23, ईशशास्त्र (स्नातकोत्तर) के 23 विद्यार्थी सम्मानित हुए. इसी तरह दर्शन शास्त्र (स्नातक) के 25 और इसी विषय पर डिप्लोमा लेनेवाले दो विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में कॉलेज के अध्यक्ष फादर सुमन कुमार एक्का, निदेशक फादर राजू फेलिक्स क्रास्ता, फादर थियोडोर टोप्पो, रजिस्ट्रार फादर रैमन तोबियस टोप्पो, फादर प्रफुल्ल बा:, अन्य पुरोहित व कॉलेज के ब्रदर्स, सिस्टर्स व अन्य लोग उपस्थित थे.
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