रांची. बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के आसपास के तीन (मौजा हुंडरू, हेथू व हिनू) के सैकड़ों रैयतों और ग्रामीणों ने सोमवार सुबह 11 बजे से दो बजे तक अरगोड़ा आंचल कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया. यह आंदोलन अरगोड़ा सीओ द्वारा जमीन की अवैध मापी रोकने तथा सेना व रैयतों के बीच दूसरे विश्व युद्ध के बाद से जारी जमीन विवाद के निबटारे को लेकर किया गया था. लोगों ने जिला प्रशासन, सेना व ग्रामीणों के बीच त्रिपक्षीय वार्ता करने की मांग की. इसके पहले खोखमा टोली, एयरपोर्ट रोड जतरा स्थल से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट विस्थापित मोर्चा के बैनर तले जुलूस निकाला गया, जो हिनू चौक से इंदिरा पैलेस होते हुए आंचल कार्यालय के समक्ष पहुंचा. प्रदर्शन में शामिल लोगों के आक्रोश को देख कर अरगोड़ा सीओ अपने कार्यालय से निकले गये. वहीं लोगों ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन प्रभारी आंचल निरीक्षक को सौंपा. मौके पर आयोजित सभा में अजीत उरांव ने कहा कि यदि रैयतों की जमीन की मापी आंचल कार्यालय द्वारा ग्रामीणों को बगैर सूचना दिये की जाती है तो इसका विरोध होगा. यदि किसी तरह की कोई अशांति होती है तो इसकी जिम्मेदारी सीओ अरगोड़ा आंचल की होगी. सभा के अंत में आंदोलन को तेज करने के लिए अगला घेराव प्रदर्शन कार्यक्रम नामकुम आंचल का करने का निर्णय लिया गया. सभा को प्रकाश टोप्पो, पुष्पा तिर्की, सुरेश गोप, छोटेलाल गोप, विनय कच्छप, कमल झा, विजय कच्छप, सूरज कच्छप, विनोद गाड़ी, बिरसा मुंडा, तेतरा उरांव, अमित कच्छप, रोहित तिर्की आदि ने संबोधित किया.
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