रांची.
आइसीएआइ, रांची शाखा और संस्थान के कॉरपोरेट लॉज एंड कॉरपोरेट गवर्नेंस कमेटी की ओर से सेमिनार किया गया. विषय एमसीए वी3 रॉलआउट : वैधानिक ऑडिट सहित लेखा परीक्षकों पर लगाये गये दंड और एमसीए वी3 पर वार्षिक प्रपत्रों का परिवर्तन विषय था. नयी दिल्ली के सीएस दिवेश गोयल ने कहा कि एमसीए वी3 पोर्टल एक उन्नत और यूजर फ्रेंडली प्लेटफॉर्म है. सीए दीपक गाड़ोदिया ने कहा कि लेखा परीक्षकों के लिए जिम्मेदारियों में वृद्धि हुई है. त्रुटिपूर्ण या समय पर अनुपालन न होने पर अधिनियम की धारा 143, 147 और 450 के तहत दंडात्मक कार्रवाइ हो सकती है.उत्तरदायी कॉरपोरेट गवर्नेंस की ओर बढ़ता कदम
स्वागत भाषण में रांची शाखा के अध्यक्ष सीए अभिषेक केडिया ने कहा कि एमसीए वी3 एक पारदर्शी और उत्तरदायी कॉरपोरेट गवर्नेंस की ओर बढ़ता हुआ कदम है. हालांकि, इसके साथ चुनौतियां हैं, लेकिन उचित प्रशिक्षण, सतर्कता और अपडेट रहने से पेशेवर इनसे सफलतापूर्वक निपट सकते हैं. संचालन सीपीइ कमेटी के अध्यक्ष सीए हरेंद्र भारती और धन्यवाद ज्ञापन रांची शाखा के उपाध्यक्ष सीए अनीश जैन ने दिया.
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