रांची. झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रमंडलीय सचिव कुर्बान अली ने राज्य सरकार द्वारा बनायी गयी माध्यमिक आचार्य सेवा शर्त नियमावली का स्वागत किया है. इसके साथ ही उन्होंने नियमावली के कुछ बिंदुओं में सुधार की मांग की है. उन्होंने कहा कि माध्यमिक और प्लस टू शिक्षकों का संवर्ग भी अलग-अलग है. हाल ही में विभाग ने माध्यमिक और प्लस टू विद्यालयों का एक संवर्ग बना कर नयी सेवा शर्त नियमावली बनायी है.
नियमावली के कुछ बिंदुओं पर संघ को आपत्ति
नियमावली के कुछ बिंदुओं पर संघ को आपत्ति है. इसके तहत प्रधानाचार्य की सीधी नियुक्ति में माध्यमिक शिक्षकों का 15 वर्ष के कार्यानुभव की जगह पर आठ वर्ष का कार्यानुभव किया जाये. साथ ही अधिकतम उम्र सीमा 50 वर्ष की जाये. अभी राज्य में लगभग माध्यमिक विद्यालय प्रधानाध्यापक विहीन हैं, इसलिए वर्तमान में कार्यरत माध्यमिक शिक्षकों की प्रोन्नति और सीधी नियुक्ति के माध्यम से प्रधानाध्यापक के पद को जल्द से जल्द भरा जाये. जिससे कि विद्यालयों का संचालन सुव्यवस्थित तरीके से हो सके.
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